प्रशिक्षित स्टाफ के माध्यम से होगी वरिष्ठजनों की देखभाल

 


लखनऊ, 16 दिसम्बर (हि.स.)। समाज कल्याण विभाग की ओर से निराश्रित वरिष्ठजनों के लिए प्रदेश भर में 75 वृद्धाश्रम संचालित किए जा रहे हैं। वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य को देखते हुए शनिवार को समाज कल्याण विभाग और हेल्पेज इंडिया के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला हुई।

‘सार्थक’ एक पहल के तहत निदेशालय समाज कल्याण के सभागार में हुई कार्यशाला का उद्देश्य देखभाल कार्यकर्ताओं की क्षमताओं का विकास करना था, जिससे वे वृद्धाश्रम में रहने वाले वरिष्ठजनों की मानसिक समस्याओं को समझ सकें और उनके मानसिक स्वास्थ्य को समझकर बेहतर बना सकें।

कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के 5 वृद्धाश्रमों से लगभग 125 कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वरिष्ठजनों को पेंशन संग मिल रहीं सुविधाएं

निदेशक समाज कल्याण उत्तर प्रदेश से कुमार प्रशांत ने वृद्धाश्रम के प्रबंधकों से कार्यशाला में बताये गये बहुमूल्य सुझावों पर अमल करने को कहा। उन्होंने वरिष्ठजनों के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पेंशन के साथ वृद्धाश्रम में नि:शुल्क आवास, पौष्टिक आहार, मौसम अनुकूल वस्त्र और बीमारी की स्थिति में दवाईयां आदि उपलब्ध करवाई जाती हैं।

केजीएमयू से डॉ. शैलेंद्र त्रिपाठी ने वरिष्ठजनों के मानसिक स्वास्थ्य के पहलुओं जैसे डिप्रेशन, चिंता और डिमेंशिया में देखभाल कर्ताओं की भूमिका पर विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी अनामिका सिंह, हेल्पेज इंडिया के निदेशक एवं राज्य-प्रमुख अशोक कुमार सिंह, हेल्पेज इंडिया दिल्ली से स्वास्थ्य विभाग की मिशन हेड डॉ. रितु राणा, हेल्पेज इंडिया से संयुक्त निदेशक प्रेम पोद्दार भी मौजूद रहे।

समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि योगी सरकार वरिष्ठजनों को स्वस्थ और सम्मानजनक जीवन देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसी क्रम में वृद्धाश्रम संचालन से जुड़े समस्त स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वृद्धजनों की आवश्यकता के अनुरूप उनकी समुचित देखभाल की जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/मोहित