अयोध्या की जानकारी उपलब्ध करायेंगे प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइड: जयवीर सिंह

 


अयोध्या के बारे में जानकारी देने के लिए 136 टूरिस्ट गाइडों को किया प्रशिक्षित

लखनऊ, 09 फरवरी (हि.स.)। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लोकार्पण के पश्चात देश-विदेश से प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंच रहे हैं। इन्हें अयोध्या के गौरवशाली इतिहास तथा दिव्य, नव्य एवं अलौकिक नई अयोध्या के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने में प्रशिक्षित गाइड महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। इन गाइडों को मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट लखनऊ से बांग्ला, गुजराती, नेपाली, तेलगू तथा अन्य दक्षिण भाषाओं में प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि ये गाइड दक्षिण भारत तथा दूसरे हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उपयोगी होंगे। इसके साथ ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम बनेंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में 22 टूरिस्ट गाइड को लाइसेंस एवं पहचान पत्र वितरण के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात देशभर से लगभग दो से ढाई लाख श्रद्धालु प्रतिदिन अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसमें दक्षिण भारत से विभिन्न भाषाएं बोलने वाले शामिल हैं। इनको अयोध्या के इतिहास एवं वर्तमान स्वरूप के बारे में विधिवत जानकारी देने के लिए टूरिस्ट गाइड तैयार किये गये हैं। अधिकांश गाइड अयोध्या एवं आसपास के रहने वाले हैं।

जयवीर सिंह ने बताया कि इन गाइडों में 47 गुजराती, 39 तेलगू, 27 बंगाली और 23 नेपाली भाषा के हैं। इन्हें अंग्रेजी एवं हिन्दी भाषा का भी ज्ञान है। कुछ गाइड मराठी, पंजाबी, सिन्धी, तमिल, कन्नड़, फ्रेंच, रसियन और कोरियाई भाषा में भी संवाद करने में सक्षम हैं। इसके अलावा यह 14 भाषाओं में जानकारी उपलब्ध करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग ने इन्हें 10 वर्ष के लिए लाइसेंस जारी किया गया है। इन गाइडों को टूरिस्ट गाइड के रूप में रोजगार के साथ आमदनी भी होगी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि संस्थान द्वारा जिन छात्रों को लाइसेंस दिया गया है, इसमें 100 से ज्यादा अयोध्या और अन्य आसपास के जिलों से हैं। इसलिए अयोध्या के धार्मिक, अध्यात्मिक, भौगौलिक, सामाजिक, आर्थिक और ऐतिहासिक स्थिति से पहले से परिचित हैं। प्रशिक्षण के दौरान इनको अयोध्या में हो रहे बदलावों और भविष्य की आवश्यकताओं से परिचित कराया गया है। इन छात्रों को फील्ड विजिट भी कराया गया है। अयोध्या में काम करने वाले टूरिस्ट गाइड ने भी इन छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। इस प्रकार सभी छात्रों को सैद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया गया है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा धर्मार्थ कार्य मुकेश मेश्राम ने इस अवसर पर कहा कि पर्यटन विभाग ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद अलौकिक आस्था का केन्द्र बनती जा रही अयोध्या के बारे में सम्पूर्ण इतिहास की जानकारी देने के लिए इन गाइडों को तैयार किया है। इन गाइडों को आमदनी भी होगी, साथ ही दर्शनार्थियों को सुविधा भी होगी। उन्होंने प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइडों को सफलता के लिए शुभाकामनाएं दीं। इस अवसर पर निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र तथा उपनिदेशक मुख्यालय कल्याण सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/सियाराम