वाराणसी के तीन और आयुष्मान आरोग्य मंदिर हुए ‘एनक्वास’ सर्टिफाइड
—आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के दो और काशी विद्यापीठ का एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर
वाराणसी, 23 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अब चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में नई उंचाई छूने की ओर है। जिले में ‘आरोग्यं परमं धनम्’ को ध्याम में रखते हुए घर के नजदीक ही संचालित किए जा रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच भी बढ़ रही है। हाल ही में भारत सरकार ने जनपद के तीन और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एनक्वास) सर्टिफाइड किया है। जिसमें आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के ठठरा व अमीनी और काशी विद्यापीठ ब्लॉक का कोरौता आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल है। मंगलवार को यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी।
उन्होंने बताया कि आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के ठठरा ने ‘एनक्वास’ के अंतिम मूल्यांकन (असेस्मेंट) में 90 प्रतिशत और अमीनी ने 91.4 प्रतिशत स्कोर हासिल किया है एवं काशी विद्यापीठ ब्लॉक के कोरौता ने 84.86 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के खरगरामपुर और करधना प्रथम आयुष्मान आरोग्य मंदिर एनक्वास सर्टिफाइड हो चुके हैं। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्र के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर ने ‘एनक्वास’ के लिए नामांकन किया है। इसके साथ ही शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का भी कायाकल्प और एनक्वास को लेकर मूल्यांकन प्रक्रिया की जा रही है। धीरे-धीरे वाराणसी के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सीएचसी व पीएचसी को एनक्वास सर्टिफ़ाइड व कायाकल्प का दर्जा मिलेगा, जिससे समुदाय को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / बृजनंदन यादव