सीएसए में कृषि वैज्ञानिक मृदा, जल एवं ऊर्जा प्रबंधन पर करेंगे मंथन

 


कानपुर, 17 अक्टूबर(हि.स.)। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर एवं मृदा संरक्षण सोसायटी ऑफ इण्डिया के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन होगा। सम्मेलन में देश भर के लगभग 300 कृषि वैज्ञानिक शामिल होंगे। यह सम्मेलन 18 से 20 अक्टूबर तक होगा। यह जानकारी गुरुवार को सम्मेलन के आयोजक डॉ. मुनीष कुमार ने दी।

उन्होंने बताया कि मृदा, जल एवं ऊर्जा के प्रबंधन द्वारा सतत कृषि और आजीविका सुरक्षा विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर में किया जा रहा है। जिसमें देश भर से लगभग 300 कृषि वैज्ञानिक, प्रशासक, योजनाकार, प्रसार कार्यकर्ता एवं अन्य विद्वतजन प्रतिभाग कर कृषकों की समस्याओं के विभिन्न आयामों एवं रणनीति पर चर्चा करेंगे।

डॉक्टर कुमार ने बताया कि भारतीय मृदा संरक्षण समिति यू पी चैप्टर तथा विश्वविद्यालय के भूमि एवं जल प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय 32वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में कैलाश भवन के प्रेक्षागृह में आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन टिकाऊ कृषि और आजीविका सुरक्षा हेतु मृदा जल और ऊर्जा प्रबंधन विषय पर आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना एवं अन्य अतिथियों द्वारा 18 अक्टूबर को प्रातः 10.30 बजे विश्वविद्यालय स्थित कैलाश भवन में संपन्न होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह करेंगे।

उन्होंने बताया कि उद्घाटन सत्र के उपरांत तकनीकी सत्र तीन कक्षों में प्रारंभ होगा। जिसमें देश एवं प्रदेश के मृदा एवं जल प्रबंधन के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक अपने शोधों का प्रस्तुतीकरण करेंगे। उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में वैज्ञानिक तथा प्रगतिशील किसान उपस्थित रहेंगे तथा इस अवसर पर मृदा एवं जल संरक्षण पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित भी किया जाएगा।

इस अवसर पर डा. टीबीएस राजपूत, अध्यक्ष एससीएसआई, नई दिल्ली, डा. एस.एस. ग्रेवाल, पूर्व निदेशक, पीएयू, लुधियाना, डा. आर. के. यादव, निदेशक, सीएसएसआई करनाल, डा. नीलम पटेल, नीति आयोग, नई दिल्ली आदि वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल