स्थापना से लेकर आज तक आरएसएस कर रहा राष्ट्र का जागरण : राज बिहारी
सुलतानपुर, 24 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सहप्रांत कार्यवाह राजबिहारी ने मंगलवार को विजयादशमी उत्सव पर कहा कि अपनी स्थापना से लेकर आज तक आरएसएस राष्ट्र का जागरण कर रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में आपात स्थितियों में भी संघ की भूमिका अग्रणी रही है, जिसे विरोधियों ने भी समय-समय पर स्वीकार किया है। आज राष्ट्र जागरण की आवश्यकता है।
नगर के खुर्शीद क्लब के मैदान में पथसंचलन के लिए एकत्रित स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए श्री बिहारी ने कहाकि सरकारें एक मशीनरी के तौर पर काम करती हैं। समाज में क्या चल रहा है, क्या भाव है को नहीं समझती है। समाज के भाव को राज्य व सरकारों को कैसे बताया जाएगा, संघ यह कार्य करता है। राष्ट्र को जगाने की आवश्यकता है। राज्य को राष्ट्र के अनुसार चलना चाहिए, यही राष्ट्रभाव है। संघ की नीति और कार्य से प्रभावित होकर विरोधी भी प्रसंशक रहे। संघ की प्रदर्शिता के चलते समाजवादी होने के बावजूद जय प्रकाश जी आपातकाल में संघ के आंदोलन के चेहरा बने।
बौद्धिक कार्यक्रम के बाद स्वयंसेवकों का नगर के विभिन्न मार्गों पर पथसंचलन निकला, जो खुर्शीद क्लब से निकल कर पोस्टऑफिस चौराहा, शाहगंज चौराहा, चौक, सब्जीमंडी, कुड़वारनाका, बस स्टैंड, होते हुए डीएम आवास के सामने से दीवानी चौराहा होकर पुनः खुर्शीद क्लब में खत्म हुआ। पथ संचलन में घोष के साथ बच्चे और बूढ़े भी शामिल थे।
जिसमें संघ के विभाग संघचालक डॉ रमाशंकर मिश्र, नगर संघचालक अमर पाल सिंह, विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश जी, जिला संघचालक डॉ ए के सिंह, जिला प्रचारक आशीष जी, नगर प्रचारक, अजय सिंह, अभिषेक शुक्ल, नवीन श्रीवास्तव, डॉ जेपी सिंह, डॉ रामजी गुप्ता, डॉ पवन सिंह आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर
/राजेश