सीआरपीएफ शहीद की बेटी की शादी में जवानों ने निभाई पिता की जिम्मेदारी

 




अमेठी, 06 दिसम्बर (हि.स.)। अमेठी जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के जोगापुर मजरे अम्मरपुर गांव में आयोजित विवाह समारोह भावुकता और सम्मान की विशेष मिसाल बन गया। सीआरपीएफ के जवान और अधिकारियों ने शहीद केदारनाथ मिश्र की पुत्री सुषमा के विवाह में न केवल शामिल हुए बल्कि पिता का दायित्व निभाते हुए दुल्हन को चुनरी ओढ़ाकर ‘साया’ की रस्म पूरी कराई।

अम्मरपुर गांव के निवासी स्वर्गीय केदारनाथ मिश्र (एफ.एन. 850809737, एचसी/जीडी) 17 अगस्त 2006 को जम्मू-कश्मीर के लाल चौक के पास आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए थे। उनके परिवार में पत्नी उषा मिश्र, दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं। बड़ी बेटी पुष्पा की शादी पहले ही हो चुकी है, जबकि दूसरी पुत्री सुषमा का विवाह 4 दिसम्बर को हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। छोटे पुत्र शशिकांत अभी अविवाहित हैं।

शहीद केदारनाथ मिश्र की छोटी पुत्री का विवाह बृहस्पतिवार को हुआ। शुक्रवार को बारात विदा हुई और शनिवार को दुल्हन की विदाई हुई । इस वैवाहिक समारोह में सीआरपीएफ के जवान बड़ी संख्या में पहुंचे और शहीद साथी के परिवार के प्रति अपना कर्तव्य निभाया। जवानों ने दुल्हन की रस्मों में भाग लेते हुए उसे आशीर्वाद दिया और संगठन की ओर से उपहार भी भेंट किए। उनकी उपस्थिति से पूरा माहौल भावुक हो उठा। सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि शहीद परिवारों का सम्मान करना और उनकी मदद करना बल की प्राथमिक जिम्मेदारी है। “शहीद की बेटी, हमारी बेटी” कहते हुए उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि सीआरपीएफ हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा।

दुल्हन के चाचा रामकिशन मिश्र और भाई कृष्णकांत मिश्र ने शनिवार को सीआरपीएफ के सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि जवानों की मौजूदगी ने परिवार को हौसला दिया है और पिता की कमी कुछ हद तक पूरी कर दी। समारोह में जवानों ने शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और नवदम्पत्ति के सुखद दाम्पत्य जीवन की कामना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश त्रिपाठी