दिवाली पर दमकने लगा बाजार, मन मोह रहे लक्ष्मी-गणेश
- चांदी के सिक्के से अधिक मूर्तियां पसंद कर रहे लोग
- बाजार में बढ़ी चहल-पहल तो दुकानों पर बढ़ी रौनक
मीरजापुर, 11 नवम्बर (हि.स.)। इस बार दीपावली पर चांदी के सिक्कों के साथ लक्ष्मी-गणेश व कुबेर देव के स्वरूप की मूर्ति की पूजा होगी। कारीगरों ने चांदी को मूर्ति का आकार देकर तैयार किया है। चांदी के सिक्कों के साथ मूर्तियां व थाली खूब लुभा रही है। बर्तन व ज्वेलरी की दुकानों में मां लक्ष्मी, सरस्वती व भगवान गणेश के चित्र वाले सिक्के डिसप्ले में सज गए हैं।
धनतेरस को लेकर चांदी के सिक्के और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां इस समय सर्राफा बाजार की रौनक बढ़ा रही हैं। इनकी कीमत बाजार में पांच हजार रुपये से लेकर 45 हजार तक है। चांदी की ज्वेलरी भी महिलाएं खूब पसंद कर रही हैं। धनतेरस-दीपावली पर धन-धान्य और समृद्धि के लिए सोना-चांदी एवं बर्तनों की खरीदारी शुभ मानी जाती है। सिक्के और प्रतिमाओं को खरीदने पर ग्राहकों का ज्यादा जोर होता है। ऐसे में सर्राफा व्यवसायियों ने पहले से ही तैयारी की हुई है। इस बार भी बाजार में गणेश-लक्ष्मी, बर्तनों का सेट, घंटी, महिलाओं के लिए डिजायनर ज्वेलरी से लेकर बहुत कुछ मौजूद है, जो ग्राहकों को लुभा रहा है। चांदी महंगी होने के बाद भी सिक्कों से ज्यादा चांदी की मूर्तियों की डिमांड बढ़ गई है। इसमें मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर व राधा-कृष्ण की मूर्तियां शामिल हैं।
सर्राफा व्यवसायी पप्पू ने बताया कि हाल के दिनों में चांदी पांच फीसदी महंगी हो गई है। इसके भाव 73 हजार रुपये प्रति किलोग्राम हैं। इससे पहले 70 हजार रुपये प्रति किलोग्राम थे। चांदी महंगी होने के साथ सिक्के व चांदी से बनी मूर्तियां भी महंगी हो गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/राजेश