पूर्वी उत्तर प्रदेश में संघ कार्य विस्तार का लक्ष्य अधूरा
लखनऊ, 26 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। आगामी विजयादशमी 2025 से संघ का शताब्दी वर्ष प्रारम्भ हो रहा है। लेकिन अभी भी पूर्वी उत्तर प्रदेश में संघ कार्य विस्तार का लक्ष्य अधूरा है। वर्ष 2022 में प्रयागराज में कार्यकारी मण्डल की बैठक हुई थी। कार्यकारी मण्डल की बैठक में संघ कार्य को मण्डल स्तर तक पहुंचाने का लक्ष्य लिया गया था। लेकिन पूर्वी उप्र के प्रान्तों में अभी मण्डल स्तर तक संघ का कार्य नहीं पहुंचा है।
इसको लेकर संघ का शीर्ष नेतृत्व भी चिंतित है। क्योंकि मण्डल स्तर तक शाखा नहीं होने के कारण संघ के लाख प्रयास के बावजूद मत प्रतिशत भी नहीं बढ़ा और लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम भी नहीं मिले। लोकसभा चुनाव में संघ ने लोकमत परिष्कार का कार्य किया था। संघ को प्रत्येक लोकसभा में 10 दस हजार ड्राइंग रूम संगोष्ठी करनी थी। पूर्वांचल में मण्डल स्तर तक कार्य न होने के कारण यह बैठकें नहीं हो सकी। लखनऊ व काशी जैसे महानगर में भी मत प्रतिशत कम रहा। मत प्रतिशत व चुनाव परिणाम की दृष्टि से देखें तो सबसे खराब स्थिति काशी प्रान्त की रही है। गोरक्ष प्रान्त की स्थिति अच्छी रही है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के प्रचारकों की बैठक सरस्वती कुंज निराला नगर में चल रही है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन लखनऊ पहुंच चुके हैं। बैठक श्रेणी सह अलग-अलग सत्रों में 29 जून तक चलेगी। बैठक के पहले दिन क्षेत्रीय कार्यकारिणी के प्रचारक शामिल हुए। वहीं दूसरे दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सभी चारों प्रान्तों के सभी विभाग प्रचारक वह सह विभाग प्रचारक शामिल हुए। संघ शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए विभाग प्रचारकों से कार्य विस्तार तथा कार्य की गुणात्मकता बढ़ाने के सम्बंध में चर्चा हुई। विभाग प्रचारकों से विद्यार्थी शाखाओं पर फोकस करने को कहा गया है।
प्रान्तों में सम्पन्न संघ शिक्षा वर्गों की होगी समीक्षा
सरस्वती कुंज निरालानगर में चल रही संघ की बैठक में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के चारों प्रान्त अवध, कानपुर, काशी और गोरक्ष के प्रान्त प्रचारक व सह प्रान्त प्रचारक रहेंगे। एक दिन प्रान्तस्तर के प्रचारक व अंतिम दिन क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक होनी है। अभी हाल ही में सभी प्रान्तों में संघ शिक्षा वर्ग संपन्न हुए हैं। वहीं क्षेत्रस्तर पर संघ शिक्षा वर्ग विशेष व कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम संपन्न हुआ है। बैठक में संघ शिक्षा वर्गों की इसकी समीक्षा होगी। इसके साथ ही प्रान्तों में योजना बैठकें भी हुई हैं। कुछ प्रचारकों के कार्यक्षेत्रों में बदलाव भी हुआ है। बैठक में श्रीगुरू पूजन की भी योजना बनेगी।
--पंच परिवर्तन के विषय को लेकर समाज के बीच जायेगा संघ
शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पंच परिवर्तन के पांच विषयों को लेकर समाज के बीच जायेंगे। इन पांच आयामों में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण, नागरिक कर्तव्य सम्मिलित हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/विद्याकांत