शिक्षा को हथियार बनाते हुए देश को बनाना है विश्व गुरु : डॉ. दिनेश शर्मा

 


कानपुर, 01 मार्च (हि.स.)। पूर्ववती सरकारों में युवा नीति, महिला नीति और अन्य नीतियां बनाई गई, लेकिन वैश्विक स्तर की शिक्षा नीति नहीं बनाई गई। केन्द्र की मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 को लागू किया। इस शिक्षा नीति का निर्धारण यह दर्शाता है कि विश्व में जो भी विकसित देश हैं उन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण देने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम शिक्षा को अपना महत्वपूर्ण हथियार बनाते हुए देश को विश्व गुरु बनाने में अपनी भूमिका का सम्यक निर्वहन करें। यह बातें शुक्रवार को कानपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने कही।

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ लाईफलॉन्ग लर्निंग एंड एक्सटेंशन तथा भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) के संयुक्त तत्वाधान में नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के माध्यम से भारतीय परंपरा और संस्कृति का पुनर्निर्माण: बहुभाषीय, बहुसांस्कृतिक और बहु-विषयक शैक्षिक दृष्टिकोण विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ।

मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने नई शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण स्तंभों पर चर्चा की और कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल विकास स्वावलंबन छात्रों में रुचि और भारतीय परंपरा का पुनरुत्थान आदि पर प्रकाश डालती है। शिक्षा में कृत्रिम मेधा की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए बताया कि आने वाला समय औद्योगिक क्रांति के साथ-साथ तकनीकी का है। इसलिए हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम शिक्षा को अपना महत्वपूर्ण हथियार बनाते हुए देश को विश्व गुरु बनाने में अपनी भूमिका अदा करें।

कुलपति प्रो. विनय पाठक ने नई शिक्षा नीति की चुनौतियां और भारतीय परंपराओं में संस्कृत परिवर्तनों के विषय में प्रकाश डालते हुए विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही विश्वविद्यालय की अनेकों अनेक उपलब्धियां को बताते हुए उन्होंने बताया कि कानपुर विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय में पहले ऐसा विश्वविद्यालय है जिसने अपने यहां डिजिटाइजेशन को पूरी तरीके से स्वीकार कर लिया है। यहां पर स्मार्ट क्लासरूम और अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

इस दौरान कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन प्रो. संदीप कुमार सिंह, डॉ. मानस उपाध्याय, डॉ. प्रशांत, डॉ. किरण झा, डॉ. अभिषेक कुमार मिश्र, डॉ. एसपी वर्मा, डॉ. शिल्पी कुकरेजा तथा डॉ. पूजा सिंह मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/मोहित