किसान आंदोलन की सबसे बड़ी लड़ाई अब कोलकाता में होगी : राकेश टिकैत
राकेश टिकैत वाराणसी और गाजीपुर में किसानों से मुलाकात के बाद बलिया में सिकंदरपुर के चेतन किशोर मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित किसान मजदूर महापंचायत में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि 13 मार्च को वह बंगाल जाएंगे और किसानों से मिलेंगे। बिना किसी का नाम लिए टिकैत ने कहा कि, दिल्ली में लुटेरों का आखिरी बादशाह बैठा है, इसे हटाना पड़ेगा।
टिकैत ने कहा कि, किसान आंदोलन की सबसे बड़ी लड़ाई अब कोलकाता में लड़ी जाएगी।
टिकैत ने कहा कि, किसानों को सरकारें बांटने का काम कर रही हैं। किसान आंदोलन को कभी पंजाब, हरियाणा तो कभी खालिस्तान का आंदोलन बताया गया। आज किसान आंदोलन किसी एक झंडे का नहीं रहा। यह सबका आंदोलन बन गया है। इसीलिए हम टूटे नहीं। आज राजनीतिक पार्टियां भी किसान पंचायत के नाम पर आयोजन करती हैं।
उन्होंने कहा कि, इस सरकार में किसान बर्बाद हो चुका है। अगर यह नए कृषि कानून लागू हो गए और किसानों ने लड़ाई नहीं लड़ी तो वो खेतों से हाथ धो बैठेंगे। सरकार किसानों को बर्बाद करने का षड़यंत्र रच रही है। आज पूरी दुनिया में किसान आंदोलन की चर्चा है, लेकिन सरकार इसे अनदेखा कर रही है।
उन्होंने कहा कि, जो खेत में पैदा होगा उसे हर हाल में सरकार को खरीदना होगा। उन्होंने किसानों से अपने-अपने घरों से बाहर निकलने की अपील की।
टिकैत ने कहा कि इन कानूनों से साप्ताहिक बाजार बंद हो जाएंगे और पूरे बाजार पर विदेशी कंपनियों का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक गांव, एक ट्रैक्टर, 15 आदमी और दस दिन का कार्यक्रम बना लें। समय हम बता देंगे।
--आईएएनएस
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