जम्मू में पाकिस्तान पोषित आतंकियों के जानलेवा हमले दुर्भाग्यपूर्ण : अभाविप

 


-पाकिस्तान पोषित आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठाए : याज्ञवल्क्य शुक्ल

प्रयागराज, 15 जून (हि.स.)। हाल ही में जम्मू के अंदर आम नागरिकों एवं सुरक्षा बलों पर आतंकवादियों द्वारा जानलेवा हमले करना अत्यंत निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। जम्मू में आतंकी घटनाओं के विरोध में अभाविप लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रही है और केंद्र सरकार से जम्मू में शान्ति स्थापित करने की मांग कर रही है।

काफी समय के बाद ऐसा देखने को मिला है कि जम्मू जैसे शांतिपूर्ण क्षेत्र में इस प्रकार के आतंकवादी हमले हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार जम्मू के डोडा, कठुआ आदि रिहायशी स्थानों में आतंकी हमले हुए हैं और अभी भी जम्मू में कुछ संदिग्ध लोग छुपे हुए हैं। जिन्हें ढूंढने का काम जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चल रहा है। जम्मू में यह पाकिस्तान पोषित निर्मम आतंकी हमलों से आम जनता को नुक़सान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं और लोगों में भय का वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री गुलाम मुस्तफा अली ने कहा कि अभाविप केंद्र सरकार से मांग करती है कि जम्मू-कश्मीर में सीमा सुरक्षा तंत्र के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा तंत्र को और कड़ा किया जाना चाहिए। साथ ही क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भारतीय सेना की उपस्थिति बढ़ाने की जरूरत है। ऑपरेशन सद्भावना जैसे सॉफ्ट ऑपरेशन को और अधिक तेजी से शुरू करने की जरूरत है। ताकि आतंकवादी केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर के भोले-भाले नागरिकों के बीच अपना पाकिस्तान पोषित नफरतपूर्ण आतंकवाद सम्बंधी दुष्प्रचार न कर सकें।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि पकिस्तान पोषित निर्मम आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों एवं सुरक्षाबलों पर जानलेवा हमला करना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है बल्कि देश की अस्मिता पर भी हमला है। इस प्रकार की कायरतापूर्ण घटनाओं को अंजाम देना अक्षम्य है। केंद्र सरकार को इस विषय में सख्त कदम उठाते हुए ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाना चाहिए। साथ ही जम्मू-कश्मीर में ऐसी घटनाओं के कारण विद्यार्थियों को भी बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में भी प्रवेश का कार्य चल रहा है और नेट परीक्षा की तिथि भी दूर नहीं है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थी घर से निकलने में डर रहे हैं। अभाविप केन्द्र सरकार से मांग करती है कि त्वरित निर्णय लेते हुए क्षेत्र में शांति बहाली हेतु कड़े कदम उठाते हुए आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम