सूर्य नमस्कार से होता है मनुष्य के शरीर का सर्वांगीण विकास

 


मीरजापुर, 24 मई (हि.स.)। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में सिंधोरा, डगमगपुर स्तिथ एमजी एजूकेशनल ट्रेनिंग सेंटर एण्ड काॅलेज में चल रहे पांच दिवसीय योग विशेष कार्यशाला का समापन किया गया। राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार एक पूर्ण व्यायाम है। इसके नित अभ्यास से मनुष्य के शरीर का सर्वांगीण विकास होता है। साथ ही शरीर पूर्णरूप से बलिष्ठ, मज़बूत व बलवान होता है। इसके नित्य अभ्यास से फेफड़े, लीवर एवं किडनी हमेशा स्वस्थ रहते हैं। प्रतिदिन सूर्य नमस्कार का तीन से पांच बार अभ्यास करने मात्र से मनुष्य का शरीर निरोगी हो जाता है।

कार्यकम समापन अवसर पर प्रबंधक उमाशंकर गुप्ता ने योग गुरु योगी ज्वाला सिंह व प्रवीण कुमार मौर्या को अंगवस्त्रम व प्रतिमा भेंटकर करते हुए उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों को नितप्रतिदिन योग अभ्यास करने की सलाह दी।

प्राचार्या डाॅ. शशिबाला जायसवाल ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव ने योग के माध्यम से जीवन से हार मान लेने वाले लाखों लोगों को नया जीवन दिया है। कहा कि जिस तरीके से मानव जीवन के लिए हवा और पानी आवश्यक है, उसी तरह शरीर को स्वस्थ और निरोगी बनाएं रखने के लिए योग भी आवश्यक है।

योग कार्यशाला के समापन पर योग गुरु ने सभी अभ्यर्थियों से योग सम्बन्धित विशेष प्रश्नोत्तरी करते हुए सभी का मूल्यांकन किया और उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/दिलीप