प्राकृतिक आपदा से फसलों के नुकसान का सर्वे करा रही योगी सरकार
-19 से 28 फरवरी के मध्य छह जनपदों में हुआ नुकसान का आकलन
लखनऊ, 03 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ओलावृष्टि व बारिश के कारण सरसो, मटर, मसूर, गेहूं, चना आदि फसलों के नुकसान का लगातार सर्वे करा रही है। 19 से 28 फरवरी तक के बीच छह जनपदों के 150 से अधिक गांवों में 33 फीसदी से अधिक फसलों की क्षति का आकलन किया गया है।
इस आकलन में बांदा जनपद के पैलानी तहसील के 13 गांवों में 45 फीसदी से अधिक और बबेरू तहसील के तीन गांवों में 33 प्रतिशत से अधिक की क्षति का आकलन हुआ है। इस अवधि (19 से 28 फरवरी) की बारिश के बाद भी होने वाले नुकसान का योगी सरकार आकलन करा रही है। योगी सरकार ने रिपोर्ट के बाद किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
फतेहपुर, हमीरपुर, जालौन, कानपुर के किसानों पर भी मार
प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन के मुताबिक फतेहपुर के बिंदकी तहसील के लगभग 10 गांवों में 33 फीसदी से अधिक गेहूं व सरसो की क्षति हुई है। हमीरपुर तहसील के 51 गांवों में गेहूं, सरसो, चना, मटर आदि की फसलों के नुकसान का आकलन किया गया है। वहीं जालौन में भी इन फसलों से जालौन, उरई व कालपी के गांवों में 33 फीसदी से अधिक नुकसान दर्शाया गया है। कानपुर देहात के रसूलाबाद के लगभग 23 और कानपुर नगर के बिल्हौर तहसील के 27 गांवों में 33 फीसदी से अधिक नुकसान का आकलन किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/दिलीप