महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी सीतापुर की ड्रोन दीदी सुनीता

 




--प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनीता से फोन पर की चर्चा

सीतापुर, 25 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 110 वें ऐपिसोड में सीतापुर के मछरेहटा इलाके की रहने वाली सुनीता देवी से बात की। उन्होंने सुनीता देवी से ड्रोन दीदी बनने तक के सफर की पूरी कहानी देशवासियों के सामने रखते हुए महिलाओं को लखपति दीदी बनाने के मिशन पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी किसी ने सोचा था कि गांव में रहने वाली महिलाएँ ड्रोन उड़ायेंगी, लेकिन आज यह सम्भव हो रहा है। पीएम से बात करने के बाद खुद को धन्य मान रही मछरेहटा के गोडा गाँव की रहने वाली ड्रोन दीदी की आंखों से खुशी के आंसू छलक रहे हैं।

पीएम के बात करने के बाद गोडा गांव में सुनीता से मिलने के लिये विभिन्न मीडिया संस्थानों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी ने सीतापुर जिले के लिये रविवार का दिन खास बना दिया। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर गाय के गोबर से दीपक, अगरबत्ती बनाकर सरकारी महकमों के करीब आयीं सुनीता देवी को उपकृषि निदेशक ने नमोः ड्रोन योजना के बारे में बताया तो वह इसके प्रति आकर्षित हुईं।

प्रयागराज के फूलपुर जाकर तीन दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह योजना की लाभार्थी बनी। उन्हें ड्रोन आदि उपलब्ध कराये गये। आज ड्रोन दीदी किसानों की खास मददगार बन गई हैं। पीएम ने उनसे बात कर देश के ग्रामीण परिवेश में रहने वाली महिलाओं को इस योजना के प्रति न सिर्फ आकर्षित किया है, बल्कि उनके हौसलों को पंख देते हुए विश्वास दिलाया है कि ऐसी योजनाओं से जुड़कर उनकी आय दोगुनी होगी वहीं जीवन भी सफल होगा।

ड्रोन दीदी की पारिवारिक स्थिति

33 वर्षीय सुनीता के दो बच्चे हैं जो कक्षा छह एवं कक्षा चार में पढ़ते हैं। पति संतोष वर्मा बेरोजगार हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने एवं भूमिहीन होने के कारण परिवार के भरण पोषण के लिए ढाई बीघा किराए की जमीन लेकर दोनों मिलकर खेती करते हैं। सुनीता स्वयं सहायता समूह भी चलाती हैं। वर्ष 2018 में कृषि विज्ञान केंद्र कटिया सीतापुर में ग्रामीण महिला तकनीकी पार्क अंतर्गत 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया था। फलस्वरूप प्रेरित होकर कृषि के विभिन्न आयामों में सुनीता ने समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित कराया।

महिलाओं संग इन उत्पादों को तैयार किया

सुनीता ने विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे हर्बल गुलाल, गोबर के बने दिए, धूपबत्ती, गमले, कृषि अवशेषों से चारकोल ब्रैकेट निर्माण, मोमबत्ती व अगरबत्ती जैसे उत्पाद तैयार कर विभिन्न माध्यमों से बिक्री कर समूह की महिलाओं को भी प्रेरित करती है।

अब ड्रोन से करती हैं फसलों का छिड़काव

वर्ष 2023 में कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से एवं इफको सीतापुर के सहयोग से ड्रोन पायलट में सुनीता का चयन हुआ। इसके उपरांत इफको कार्डेट यूनिट फूलपुर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। अब सुनीता किसानों के खेतों में ड्रोन स्प्रे का कार्य कर रही हैं। अब तक जनपद सीतापुर के किसानों के 35 एकड़ खेतों में ड्रोन द्वारा सफलता पूर्वक स्प्रे भी कर चुकी हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र कटिया सीतापुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयाशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि सुनीता वर्मा की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण बच्चों की फीस भी कभी-कभी नहीं भर पाती थी। जिसे सुनकर मन में पीड़ा होती थी। वर्ष 2023 में जब सूचना मिली कि भारत सरकार द्वारा ड्रोन दीदी योजना शुरू की गई है। इफको द्वारा महिलाओं का चयन किया जाना है। फिर क्षेत्रीय प्रबंधक शिव शुक्ला से बात कर सुनीता वर्मा के नाम का प्रस्ताव भेजा गया। कई चरण इफको के अधिकारियों द्वारा साक्षात्कार उपरांत ड्रोन दीदी का फाइनल चयन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश शर्मा/बृजनंदन/विद्याकांत