उप्र में ओलावृष्टि से धूप हो रही बेअसर, सर्दी के साथ गिरा पारा

 


कानपुर, 23 फरवरी (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभ के साथ प्रभावित चक्रवात से उत्तर प्रदेश का मौसम बीते पांच दिनों से बदला हुआ है। स्थानीय स्तर पर जहां बारिश हो रही है तो वहीं ओलावृष्टि भी हो रही है। इससे दिन में खिल रही धूप भी बेअसर साबित हो रही है और गलन महसूस होती है, खासकर सुबह शाम अधिक रहती है। मौसम विभाग का कहना है कि ओलावृष्टि से तापमान गिर रहे हैं और आगामी दिनों में एक और पश्चिमी विक्षोभ से मौसम प्रभावित होगा।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि 180 नॉट तक की अधिकतम गति के साथ जेट स्ट्रीम की हवाएं उत्तर भारत में समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर के औसत स्तर से ऊपर बनी हुई है। पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश से लेकर विदर्भ, तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए तमिलनाडु तक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। 24 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंच सकता है। इससे एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मौसम प्रभावित होगा। हालांकि स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम बारिश होगी और पर्याप्त नमी के चलते कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।

डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 25.0 और न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 83 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 32 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 9.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में पहले दो दिनों में आसमान साफ रहेगा और शेष दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। उत्तर पश्चिमी हवाओं का गंगा के मैदानी भागों में आना जारी रहेगा जिससे सुबह शाम की सर्दी बनी रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/पदुम नारायण