वैज्ञानिक मानसिकता विकसित करें छात्र—छात्राएं: प्रो. हर्षवर्धन वानरे
कानपुर,30 दिसम्बर (हि.स.)। छात्रों से जिज्ञासा की भावना पैदा करने, प्रश्न पूछने में सक्रिय रूप से भाग लेने और वैज्ञानिक मानसिकता विकसित करने का आग्रह किया। यह जानकारी शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के भौतिकी विभाग द्वारा आयोजित एक भौतिकी आउटरीच व्याख्यान के उद्घाटन को संबोधित करते हुए भौतिकी विभाग के प्रमुख प्रो. हर्षवर्धन वानरे ने कही।
उन्होंने कहा कि उनके इस समर्पण ने जिज्ञासु दिमागों के पोषण के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को उजागर किया। जिसका उद्देश्य विविध दर्शकों के लिए उन्नत भौतिक अवधारणाओं को संप्रेषित करना है।
कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता आईआईटी कानपुर में ऑप्टो-स्पिंट्रोनिक्स प्रयोगशाला के प्रमुख प्रोफेसर रोहित मेडवाल ने इलेक्ट्रॉन स्पिन की अवधारणा, इलेक्ट्रॉनों की एक मौलिक संपत्ति, और कुशल मेमोरी उपकरणों को विकसित करने के लिए इसका उपयोग करने के तरीकों के बारे में बताया।
फिजिक्स आउटरीच टीम ने आयोजित यह पहल, समुदाय और वॉलिंटियर्स को सरकार के ज्ञान साझा करने के उद्देश्य से सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल से सीधे जुड़ने की सुविधा प्रदान करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए विद्यांजलि (एक स्कूल स्वयंसेवी कार्यक्रम) के हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी ।इलेक्ट्रॉन स्पिन: अ न्यू वे टू डिवेलप इफिशन्ट डिवाइसस् शीर्षक वाले व्याख्यान में पद्मश्री और आईआईटी कानपुर के पूर्व प्रोफेसर एच. सी. वर्मा, आईआईटी कानपुर के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर और केंद्रीय विद्यालय, आईआईटी कानपुर के शिक्षक एवं आईआईटी कानपुर के केंद्रीय विद्यालय, शिक्षा सोपान और कानपुर विश्वविद्यालय के छात्र उपस्थित थे।
आकर्षक प्रस्तुति ने न केवल प्रिंट्रोनिक्स के अत्याधुनिक क्षेत्र पर प्रकाश डाला, बल्कि स्कूली छात्रों के लिए विज्ञान और भौतिकी के चमत्कारों को अपनाने के लिए एक शक्तिशाली प्रेरक के रूप में भी काम किया। तकनीकी विशेषज्ञता और शिक्षा के प्रति जुनून के आकर्षक मिश्रण के साथ, प्रोफेसर रोहित मेडवाल ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के भविष्य को आकार देने में स्पिनट्रॉनिक्स के नए क्षेत्र की क्षमता पर प्रकाश डाला। एक इंटरैक्टिव व्याख्यान में, प्रोफेसर रोहित मेडवाल ने ऑप्टो-स्पिंट्रोनिक्स टीम के सदस्यों की मदद से प्रिंट्रोनिक्स में अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं का प्रदर्शन करते हुए छात्रों को प्रयोगशाला दौरे पर ले गए।
भौतिकी आउटरीच व्याख्यान ने न केवल दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, बल्कि उपस्थित छात्रों के बीच जिज्ञासा भी जगाई, जिससे उन्हें भौतिकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के मनोरम क्षेत्रों में जाने के लिए प्रेरित किया गया। आईआईटी कानपुर में भौतिकी आउटरीच टीम का यह प्रयास छात्रों और व्यापक समुदाय दोनों के भीतर वैज्ञानिक जागरूकता और जिज्ञासा को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन