वाराणसी और चंदौली के छात्रों ने एनडीआरएफ से सीखा आपदा प्रबंधन का गुर
-इंसान के डमी मॉडल का उपयोग कर छात्रों से सीपीआर का अभ्यास भी करवाया गया
वाराणसी, 30 नवम्बर (हि.स.)। वाराणसी और चंदौली के छात्रों ने गुरुवार को अलग-अलग विद्यालयों में 11 एनडीआरएफ के दक्ष टीम से आपदा प्रबंधन का गुर सीखा। आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत 11 एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में क्षमता निर्माण कार्यक्रम, जन जागरुकता के अभियान में टीम ने राजकीय हाई स्कूल, चितईपुर वाराणसी, आरएस कान्वेंट सैनिक स्कूल, वाराणसी तथा जय बजरंग इंटर कालेज, तारापुर, जिला- चंदौली में आपदा प्रबंधन का छात्रों को प्रशिक्षण दिया। एनडीआरएफ के प्रशिक्षित एवं अनुभवी टीम ने भूकम्प तथा बांढ़ में बचाव के तरीके, बाढ़ की स्थिति में क्या करें और क्या न करें, सीपीआर, गले में फंसी बाहरी वस्तु के निकालने के तरीके, शारीरिक चोटों एवं सांप के काटने का अस्पताल पूर्व उपचार, तात्कालिक स्ट्रेचर बनाना, सड़क सुरक्षा, लिफ्टिंग और मूविंग के तरीके, इम्प्रोवाइज्ड फ्लोटिंग डिवाइस (राफ्ट) बनाना, अग्निशामक यंत्र का उपयोग आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया। टीम ने जल संरक्षण, पौधरोपण का महत्व की भी जानकारी दी और इसके साथ ही गरजना/वज्रपात से बचने के लिए दामिनी ऐप, भूकंप की जानकारी पाने की लिए भूकंप ऐप, विभिन आपदाओं और मौसम के अलर्ट पाने के लिए सचेत ऐप आदि के इंस्टॉलेशन और उपयोग का तरीका सिखाया। टीम ने हृदयघात होने पर व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए सीपीआर (कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन) की विशेष जानकारी दी। इस दौरान इंसान के डमी मॉडल का उपयोग करके छात्रों से सीपीआर का अभ्यास भी करवाया गया। इस कार्यक्रम की स्कूल प्रशासन, प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों ने जमकर तारीफ की और खुद भी इसमें भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश