सीढ़ियों से नहीं निकाले गए ठाकुरजी के विग्रह, करता रहूंगा संघर्ष : देवकीनंदन ठाकुर

 


मथुरा, 25 अक्टूबर(हि.स.)। आगरा जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में बुधवार कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुरजी ने कहा जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबे विग्रह नहीं निकलेंगे तब तक वे संघर्ष करते रहेंगे। इसके लिए होने वाला खर्चा भी देने की पेशकश की।

आगरा में आयोजित सम्मेलन में बुधवार ठाकुर देवकीनंदन ने कहा, आज मैं मनकामेश्वर मंदिर के दर्शन करने गया था। मुझे जामा मस्जिद के सामने से निकाला गया। मेरा मन व्यथित हो उठा। मेरे आराध्य इसी जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे कैद हैं। जब तक मेरे आराध्य बाहर नहीं आएंगे, मैं चैन से नहीं बैठूंगा। अपने आराध्य को बाहर लाने के लिए मैं संघर्ष करता रहूंगा। उन्होंने कहा, मैं संदेश देना चाहता हूं कि हम सनातनी हैं। औरंगजेब ने सदियों तक हमारा अपमान किया। आज भी हम अपमान सह रहे हैं। मैं जिस देश में रहता हूं, वो स्वतंत्र है। अगर हम भाईचारे की बात करते हैं तो उन्हें भी हमारे धर्म की इज्जत करनी चाहिए। मेरे आराध्य के ऊपर से पैर रखकर चलते हैं। यह कैसा भाईचारा हुआ। कृष्ण के विग्रह जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे से निकाले जाएं, इसमें जो भी खर्चा आएगा वो मैं दूंगा। यह पेशकश ठाकुर देवकीनंदन ने सम्मेलन के दौरान रखी।

उन्होंने कहा, हम हाईकोर्ट जाएंगे। मैं संविधान के अपने अधिकारों का इस्तेमाल करूंगा। नियमों का पालन करूंगा। अंत तक लड़ाई लड़ूंगा। आज मैं अपने सनातनी भाइयों को जागरूक करने आया हूं।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/पदुम नारायण