सामाजिक समरसता से ही स्वच्छ हिन्दू समाज की संरचना होगी तैयार : मधुकर
झांसी, 25 नवंबर(हि.स.)। महारानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग की ओर से दो दिवसीय क्षेत्रीय सेवा प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि एवं सेवा विभाग के केंद्रीय संरक्षण टोली के सदस्य मधुकर कहा कि हिन्दू राष्ट्र का सपना तभी साकार हो सकता है, जब जाति-पांति का भेदभाव की भावना समाप्त करके सामाजिक समरसता को लायेंगे और तभी एक स्वच्छ हिंदू समाज की संरचना बन पाएगी।
उन्होंने कहा कि विहिप का उद्देश्य समाज में दबे कुचले गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और उनकी रोजी रोटी की चिंता करना है। विश्व हिंदू परिषद ऐसी बस्तियों में सेवा के काम आयोजित करता है, जिसमें ऐसे व्यवसाय स्थापित किए जाते हैं, जिससे समाज की मुख्य धारा से अलग रहने वाले वंचित व गरीब परिवारों की रोजी-रोटी चल सके। साथ ही समाज में जाति-पांति का भेदभाव मिटाते हुए समरसता कायम करने के लिए छोटे-छोटे व्यवसाय स्थापित करके समाज में व्याप्त विषमता को समाप्त किया जा सके। इसके लिए विहिप का सेवा विभाग अनवरत कार्य करने का काम करता है। रविवार को इस क्षेत्रीय सेवा प्रशिक्षण वर्ग का समापन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश /राजेश