सात वॉच टॉवर से होगी मिनी कुम्भ मेला ककोड़ा की निगरानी

 




बदायूं, 24 नवम्बर (हि. स.)। रूहेलखंड के मिनी कुम्भ मेला ककोड़ा में गंगा किनारे रेत में तंबुओं का शहर बस कर पूरी तरह से तैयार हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से मेले को पांच जोन में बांटा गया है। मेले में सात वॉच टावर और मेला मार्ग पर सात बैरियर लगाकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

मेला ककोड़ा में 27 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा पर मुख्य स्नान होगा। मेले का उद्घाटन 26 नवम्बर को किया जाएगा। हालांकि कि 21 नवम्बर को मेले की औपचारिक शुरुआत झंडी पूजन के साथ हो चुकी है।

कार्तिक पूर्णिमा पर थाना कादरचौक इलाके में लगने वाले रूहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा की सभी तैयारी हो गई है। इस मेले में बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, कासगंज संभल और बदायूं के अलावा कई अन्य जिलों के लोग स्नान करने आते हैं। कुछ श्रद्धालु मेले में पहुंच गए हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान को लेकर गंगा तट पर तंबुओं का शहर बस कर पूरी तरह से तैयार हो चुका है।

सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मेला ककोड़ा में 283 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं, जिसमें 234 पुलिसकर्मी अब तक अपनी आमद करा चुके हैं, जबकि 49 पुलिसकर्मी आमद करने को शेष रह गए हैं। मेले में बरेली से 20 एसआई 41 हेड कांस्टेबल, 78 कांस्टेबल, 19 महिला कांस्टेबल, पीलीभीत से 10 एसआई, 12 हेड कांस्टेबल,49कॉन्स्टेबल,10 महिला कांस्टेबल,शाहजहांपुर से 5 एसआई, 5 हेड कांस्टेबल,25 कांस्टेबल,5 महिला कांस्टेबल ने अब तक आमद करा चुके हैं। एसएसपी डॉ.ओपी सिंह ने पुलिस के अधिकारियों के साथ मेला स्थल पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके साथ ही मेले में ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों को एसएसपी ने ब्रीफ कर सही से ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने अपने आदेश में कहा कि मेले में जुआ और शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सात वॉच टावर बनाए गए हैं। प्रत्येक वॉच टावर पर एक कांस्टेबल, एक हेड कांस्टेबल की ड्यूटी शिफ्ट में दिन और रात में रहेगी। इसके अलावा मेला मार्ग पर 10 पुलिस पिकेट, सात बैरियर की व्यवस्था की गई है।

उधर मेले में ईंधन से लेकर खाने पीने, मनोरंजन और मीना बाजार की दुकान लगकर तैयार हो चुकी है। कार्तिक पूर्णिमा की शाम को मेले में महाआरती का भी आयोजन किया जाएगा। जिला पंचायत की ओर से मेले में आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई रास्ते तैयार किए गए ताकि पूर्णिमा के स्नान के दिन जाम की समस्या न हो।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/दीपक/सियाराम