श्रीदाऊजी मंदिर : यज्ञोपवीत संस्कार में पहुंचे श्रम न्यायालय के न्यायाधीश
जनेऊ पहनने से होते हैं बहुत फायदे : न्यायाधीश
मथुरा, 15 फरवरी(हि.स.)। श्रीकल्याण सेवा समिति द्वारा यज्ञोपवीत संस्कार व गायत्री दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। श्रीदाऊजी मंदिर में 101 बटुकों के यज्ञोपवीत संस्कार कराए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधीश श्रम न्यायालय अवनीश कुमार शर्मा,समाजसेविका श्रीमती मधु शर्मा व बलभद्र पीठाधीश्वर आचार्य विष्णु महाराज ने दाऊजी महाराज व माता रेवती जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया।
न्यायाधीश श्रम विभाग अवनीश कुमार शर्मा ने कहा कि आज की नई पीढ़ी के मन में सवाल उठता है कि आखिर इस जनेऊ पहनने से फायदा क्या होगा,जनेऊ केवल धार्मिक नजरिए से ही नहीं, बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद है।जनेऊ पहनने के बहुत फ़ायदे हैं।
श्रीमती मधु शर्मा ने कहा यज्ञोपवीत-संस्कार द्वारा बुरे संस्कारों का शमन कर अच्छे संस्कारों को स्थायी बनाया जाता है। यज्ञोपवीत संस्कार हुए बिना द्विज किसी कर्म का अधिकारी नहीं होता। इसी प्रकार ये संस्कार होने के बाद ही बालक को धार्मिक कार्य को करने का अधिकार मिलता है। व्यक्ति को सर्वविध यज्ञ करने का अधिकार प्राप्त हो जाना ही यज्ञोपवीत है। उन्होंने बटुक बच्चों को पटुका व शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम संयोजक कपिल शास्त्री ने कहा कि हमारी संस्कृति संस्कारों पर आधारित है। जीवन में गर्भाशय से वृद्धावस्था तक 16 संस्कार होते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बालकों का जनेऊ संस्कार कराया गया है। पीठाधीश्वर आचार्य विष्णु महाराज ने कहा कि जनेऊ संस्कार को यज्ञोपवीत संस्कार व उपनयन संस्कार कहते हैं। इसके बाद बालक को वेद पढ़ने का अधिकार मिल जाता है। सभी बटुकों ने हवन-यज्ञ कर जनेऊ धारण किए।
इस मौके पर आचार्य ऋतुराज वेदपाठी, आचार्य विष्णु वेदपाठी, कपिल शास्त्री, गोकुलेश पांडेय, श्याम सुंदर पांडेय, दिनेश पांडेय, पीतांबर पांडेय, बीएन पांडेय, पुनीत पांडेय व गोविंद शरण पांडेय, डा.सुनील पांडेय, गंगा पुजारी, मन्नू पुजारी, महंत विष्णु पांडेय, कोमल पांडेय, श्रीकृष्ण पांडेय, दाऊदयाल पांडेय, भूरा पांडेय, राम नारायण पाण्डेय, सुजीत वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/सियाराम