मारपीट के आरोपितों की रिहाई के लिए सपा नेताओं ने किया विरोध, धक्का-मुक्की
—थाने से लेकर न्यायालय तक बनाया दबाब,सांसद और एमएलसी भी रहे शामिल
वाराणसी, 06 सितम्बर (हि.स.)। बड़ागांव थाना क्षेत्र के वाजिदपुर रिंग रोड चौराहे पर एक परिवार के साथ मारपीट और लूटपाट मामले में शुक्रवार को आरोपितों को न्यायालय में पेशी के समय सपा समर्थकों ने जमकर विरोध किया। आरोपितों की रिहाई के लिए दबाब बनाने चंदौली के सांसद वीरेन्द्र सिंह और एमएलसी आशुतोष सिन्हा भी पहुंच गए। न्यायालय ने दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया।
दरअसल लालपुर-पांडेयपुर क्षेत्र के दौलतपुर निवासी अजीत कुमार सिंह अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने के लिए हरहुआ स्थित एक रेस्टोरेंट में कार से जा रहे थे। कार में उनकी मां, पत्नी और पारिवारिक छवि सिंह सवार थे। हरहुआ के समीप एक ट्रक ने कार में टक्कर मार दी। अजित सिंह ने ट्रक को रोकवा कर चालक से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच अचानक आए वाजिदपुर के ग्राम प्रधान और सपा नेता लालमन यादव, उसका भाई जिला पंचायत सदस्य मूलचंद यादव, कल्लू आदि ने अजीत के पर हमला बोल दिया। सभी ने मिल कर परिवार के साथ मारपीट की। आरोपितों ने अजीत की मां और पत्नी के साथ भी अभद्रता की। कार में रखा सामान भी लूट लिया। इस दौरान घटनास्थल पर पुलिसकर्मी यह सब कुछ देखते रहे। पीड़ित ने 112 पर सूचना दी तक बड़ागांव पुलिस मौके पर पहुंची।
इस मामले में पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर रात में ही दो आरोपियों मूलचंद और लालमन को गिरफ्तार कर लिया। इसकी जानकारी सपा नेताओं को हुई तो सभी रात में ही थाने पर पहुंच गए। पुलिस ने उनके दबाब को दरकिनार कर दोनों को न्यायालय में पेश किया। अदालत में भी सपा समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ सांसद वीरेंद्र सिंह, एमएलसी आशुतोष सिन्हा पहुंच गए। शोरगुल और हंगामा देख एसीजेएम सप्तम कुर्सी से उठकर चले गए। इसके बाद न्यायमूर्ति चैम्बर में लौटे। उन्होंने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया। इस मामले को लेकर लोग सोशल मीडिया में भी सपा नेताओं के रवैये पर सवाल उठाते रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी