जब चुनाव की बारी आती है तो राहुल गांधी को याद आते हैं हमारे आराध्य : स्मृति
अमेठी,25 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पिछले 10 दिनों से अमेठी लोकसभा क्षेत्र में जन सम्मेलन का जनता से मुलाकात कर रही हैं। इस दौरान गुरुवार को स्मृति ईरानी जामों ब्लॉक क्षेत्र में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह खबर चल रही है कि 26 तारीख के बाद राहुल गांधी आएंगे। जब चुनाव की बारी आती है तो उन्हें हमारे आराध्य याद आते हैं।
इसी के साथ एक और खबर चल रही है कि वह पहले रामलला के पास जाएंगे। वायनाड में लड़ रहे थे तो उसी को अपना परिवार बता दिए। लोगों को रंग बदलते मैंने देखा है लेकिन परिवार बदलते पहली बार देखा है। अब कहेंगे एक परिवार वायनाड में है एक परिवार अमेठी में है। उन्होंने कहा कि औरत का जब ब्याह हो जाता है तो वह ससुराल को सबकुछ मान लेती है, लेकिन फिर भी वह अपने मायके को नहीं छोड़ती है।
स्मृति ने कहा कि यह तो 15 साल जीत कर लापता थे और हारकर 5 साल भाग गए। मैं तो हार कर भी यहीं अमेठी में थी और जीत कर भी गौरीगंज में अपना मकान बना लिया। 26 तारीख के बाद पहले राम मंदिर जाएंगे। देखो प्रभु की लीला यह वही राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा हैं, जिनके परिवार ने देश के न्यायालय में यह दस्तावेज दे दिया था कि भगवान राम का कोई अस्तित्व नहीं है। यह वही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हैं जिन्होंने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को ठुकरा दिया। इतना अहंकार आज जब उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने की बारी आई है तो हमारे आराध्य याद आए हैं।
उन्होंने कहा कि जो भगवान के साथ छल करे, वह इंसान का क्या खाक हो पाएगा? अगर कमल का फूल ना मिला होता तो क्या भगवान राम का भव्य मंदिर बनता? स्मृति ईरानी ने कहा कि जब राहुल जी आए तो उनसे पूछा जाए कि जब चुनाव के वक्त मंदिर जाते हो और चुनाव में गठबंधन करते वक्त सनातनी को गाली देते हो। राम भक्त वह है जो हर समाज के साथ न्याय करें। राम भक्त वह है जो बड़ों और महिलाओं का सम्मान करें।
हिन्दुस्थान समाचार/लोकेश त्रिपाठी/राजेश