युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में कौशल विकास केंद्रों की गुणवत्ता पर विशेष फोकस
मंत्री कपिल देव अग्रवाल के कौशल विकास केंद्रों के नियमित निरीक्षण के निर्देश पर मिशन अधिकारियों ने किया क्षेत्रीय भ्रमण
लखनऊ, 13 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने प्रदेश के सभी कौशल विकास केंद्रों के नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अधिकारियों द्वारा विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षण केंद्रों का क्षेत्रीय भ्रमण कर प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रगति, गुणवत्ता एवं व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की जा रही है।
मंत्री अग्रवाल के निर्देशों के अनुपालन में अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह ने उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के प्रशिक्षण केंद्रों, सिद्धार्थनगर एवं बलरामपुर का क्षेत्रीय भ्रमण किया गया। इस दौरान मिशन की टीम भी उपस्थित रही। भ्रमण का उद्देश्य केंद्रों पर संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा, नए बैचों की प्रारंभिक स्थिति का आकलन तथा प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करना था। निरीक्षण के दौरान अपर मिशन निदेशक ने प्रशिक्षार्थियों से संवाद कर उनके प्रशिक्षण अनुभवों की जानकारी ली, फीडबैक प्राप्त किया तथा उन्हें रोजगार के उपलब्ध अवसरों, भविष्य की करियर संभावनाओं एवं मिशन की आगामी प्रशिक्षण योजनाओं के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। साथ ही, ट्रेनिंग पार्टनर्स, सेंटर मैनेजर एवं एमआईएस मैनेजर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए गए।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के सहायक निदेशक आशीष कुमार द्वारा प्रशिक्षण केंद्रों, बहराइच एवं श्रावस्ती का क्षेत्रीय भ्रमण किया गया। उनके साथ संबंधित मिशन टीम भी उपस्थित रही। भ्रमण के दौरान प्रशिक्षण केंद्रों में स्थापित लैब, उपकरणों एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया गया। सहायक निदेशक ने प्रशिक्षार्थियों से प्रत्यक्ष संवाद कर प्रशिक्षण की गुणवत्ता, सीखने की प्रक्रिया एवं प्राप्त फीडबैक की जानकारी ली तथा उन्हें रोजगार, करियर संभावनाओं एवं आगामी प्रशिक्षण योजनाओं से अवगत कराया।
अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह ने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाना, उनके कौशल को सुदृढ़ करना तथा उन्हें रोजगार से जोड़ना उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन का प्रमुख उद्देश्य है। सहायक निदेशक आशीष कुमार ने “सबको हुनर, सबको काम” के ध्येय को दोहराते हुए कहा कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व के साथ कार्य करना सभी ट्रेनिंग पार्टनर्स की जिम्मेदारी है, ताकि युवाओं को बिना किसी बाधा के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा