छठवें अन्तर्राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का समापन, सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार फिल्म अमृत मंथन को मिला
—समापन समारोह में 'भाभी जी घर पर हैं' सीरियल की अभिनेत्री सौम्या टण्डन रही मौजूद
वाराणसी,03 दिसम्बर (हि.स.)। छठवें अन्तर्राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का समापन रविवार को पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से प्रायोजित और इंडियन इन्फोटेन्मेट मीडिया कॉरपोरेशन के बैनर तले कमिश्नरी सभागार में आयोजित महोत्सव के समापन समारोह में आईएफएफसी अंतर्राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार भारतीय फिल्म अमृत मंथन को मिला। “अमृत मंथन“ डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रयागराज कुंभ पर्व पर आधारित है।
इस फिल्म में कुंभ पर्व की खासियत के तौर पर प्रयागराज कुंभ की धार्मिक मान्यताओं, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व का वर्णन किया गया है। आईएफएफसी सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए फिल्म इंडियास ग्रैंड फेस्टिवल दुर्गा पूजा को चुना गया। आईएफएफसी पर्यटन पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म, ईरान की फिल्म दुबई - द मिडल ईस्ट बीटिंग हार्ट रही। यह 2023 में दुबई के कला व्यवसाय और यात्रा क्षमता के बारे में एक वृत्तचित्र है। इसी तरह आईएफएफसी संस्कृति पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार भारत की फिल्म मुखो शिल्पो, द मास्क मेकिंग ट्रेडिशन ऑव माजुली को दिया गया। आईएफएफसी उत्तर प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ फिल्म केवल उत्तर प्रदेश के फिल्म निर्माताओं या उत्तर प्रदेश विशेष पर बनी कोई फिल्म के लिए दिया जाता है। इस बार यह पुरस्कार स्पेन की फिल्म वाराणसी रोड को दिया गया। इसी क्रम में आईएफएफसी एनीमेशन की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दो फिल्मों को दिया गया। इसमें
पहली है भारत की कुमारतुली और दूसरी एनीमेशन केटेगरी में अंगोला की फिल्म द एडवेंचर्स ऑव प्रिंसेस मिराबिलिस है। आईएफएफसी जूरी पुरस्कार के लिए जूरी ने भारत की डिसर्निंग इंडियाः यक्षगान को चुना । नई दो कैटैगरी में कानपुर के की लघु फिल्म नीबिया खेड़ा और यूपी की फिल्म चैलेंज। ये लघु फिल्में उत्तर प्रदेश के उभरते फिल्मकारों ने दस दिन की अवधि में बनाई। इसी तरह जो छात्र जूरी में थे। उनमें सर्वश्रेष्ठ जूरी होने का गौरव तीन छात्र और उनके कॉलेज को मिला। इनमें कोमल रॉय, भानू प्रताप, ईश्वर प्रताप सिंह है।
गौरतलब हो कि तीन दिवसीय लघु फिल्म महोत्सव में दिग्गज फिल्मकारों और फिल्मी हस्तियों का तांता लगा रहा। फिल्मोत्सव के पहले दिन प्रकाश झा जैसे दिग्गज फिल्म निर्देशक पूरे दिन दर्शकों के साथ, दर्शकों के बीच रहे। तो अश्विनी तिवारी अय्यर (फिल्म निर्देशक), वरुण शेट्टी (फिल्म निर्माता), रूमी जाफरी (लेखक निर्देशक) जो बोर्ड ऑफ जूरी के सदस्य भी रहे, पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उपस्थिति दर्ज कराई। जूरी चीफ और अभिनेत्री देबाश्री रॉय, अभिनेता सुधीर पांडेय, मनीष तिवारी (निर्माता-निर्देशक), मधुरिमा तुली (अभिनेत्री और मॉडल), विनोद गनात्रा (निर्माता-निर्देशक) अशोक कुमार बर्मन आई.ए.एस. (रि) भी पहले दिन मौजूद रहे। समापन समारोह में 'भाभी जी घर पर हैं 'टीवी सीरियल की अभिनेत्री सौम्या टण्डन की खास मौजूदगी रही।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण