मिश्रिख-चौरासी कोसी परिक्रमा मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता : डीएम

 




सीतापुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। 84 कोसी परिक्रमा मेला की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर ने रविवार को परिक्रमा के प्रथम पड़ाव कोरौना पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परिक्रमा मार्ग, श्रद्धालुओं के ठहराव, सुरक्षा एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का गहन निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने यज्ञ वाराह कूप तक पहुंच मार्ग का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। साथ ही परिक्रमा मार्ग में जगह-जगह बने गड्ढों की मरम्मत कराने को कहा, ताकि श्रद्धालुओं को परिक्रमा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

बताते चलें कि 84 कोसी परिक्रमा में देश और विदेश के श्रद्धालु शामिल होते हैं, लाखों की संख्या में भारत के कई राज्यों से श्रद्धालुओं का आना होता है। जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने इस बार परिक्रमा मेले में समय से पहले ही तैयारी के लिए निर्देशित कर दिया है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और यातायात प्रबंधन सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेंगे।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अहिल्या तालाब का भी अवलोकन किया। उन्होंने इसके सौंदर्याकरण के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने की बात कही।

जिलाधिकारी ने बताया कि अहिल्या तालाब धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है, जिसके विकास से श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर 84 कोसी परिक्रमा मेला समिति के अध्यक्ष महंत नारायण दास, महासचिव महंत संतोष दास खाकी एवं स्वामी विमलानंद सरस्वती भी उपस्थित रहे। समिति पदाधिकारियों ने मेला संचालन, श्रद्धालुओं की सुविधा, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था तथा चिकित्सा सुविधाओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव जिलाधिकारी के समक्ष रखे, जिन्हें उन्होंने गंभीरता से सुना और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मेला प्रारंभ होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से पूर्ण कर ली जाएं, जिससे 84 कोसी परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुविधाजनक वातावरण मिल सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma