शैक्षणिक गतिविधियों के साथ बेस्ट प्रैक्टिसेज को बढ़ावा दें कुलपति : राज्यपाल
- विश्वविद्यालय परीक्षा परिणाम को 21 दिवसों में करें जारी
लखनऊ, 20 मई (हि.स.)। कुलपति सक्रिय होकर अगर कार्य करेंगे तो छात्र-छात्राओं में कार्य व विश्वविद्यालय के प्रति एक अच्छा संदेश जाएगा। कुलपतियों को चाहिये कि बिना अपॉइंटमेंट के सप्ताह में एक दिन छात्र-छात्राओं से मिले और उनकी समस्याओं की जानकारी लें। इसके साथ उनके फीडबैक पर कार्य करें। इसके साथ ही परीक्षा परिणाम 21 दिवसों पर जारी हो जाने चाहिये। इसके अलावा कुलपति अपने-अपने विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ बेस्ट प्रैक्टिसेज को बढ़ावा दें, ताकि अध्यापन से अधिक छात्रों को प्रैक्टिस से लाभ मिल सके। यह बातें सोमवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कही।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को प्रदेश के नवस्थापित विश्वविद्यालयों महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अलीगढ़ व मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर की वास्तुस्थिति एवं प्रगति के संदर्भ में बैठक हुई।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों द्वारा समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन के साथ-साथ परीक्षा परिणाम को महत्तम 21 दिवसों में जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व विस्तार गतिविधियों के साथ-साथ बेस्ट प्रैक्टिसेज को भी बढ़ावा दिया जाए। कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिए गांव व आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाए जाने हेतु कार्य करने तथा इस संबंध में नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने को निर्देशित किया।
राज्यपाल ने नवस्थापित विश्वविद्यालयों से संबद्ध सभी महाविद्यालयों में फीस निर्धारण हेतु नियम, नैक मूल्यांकन हेतु सभी क्राइटेरिया अनुसार समन्वयक की नियुक्ति तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु भी निर्देशित किया।
विजन डॉक्यूमेंट रिपोर्ट करें तैयार
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों को विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण कर छात्र-छात्राओं से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं जानने व उसका निस्तारण करने को कहा। सम्बन्धित विश्वविद्यालयों के आगामी वर्षों की कार्य योजना की रिपोर्ट विजन डॉक्यूमेंट के रूप में बनाने का निर्देश भी दिया।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में छायादार पौधों का रोपण किया जाए तथा विश्वविद्यालय में पूर्ण रूप से तैयार भवन को संबंधित चित्रों, प्रतीकों व संबद्ध गतिविधियों के चित्रांकन के माध्यम से दर्शनीय बनाया जाए। राज्यपाल ने गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों द्वारा महीने में एक दिन स्वयं अपना भोजन बनाए जाने को प्रेरित किया।
कुलपतियों ने आगामी विविध कार्यों का दिया प्रस्तुतीकरण
सम्बन्धित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया, परीक्षा, मूल्यांकन व परीक्षा परिणाम की स्थिति, पद सृजन के सापेक्ष नियुक्ति व पदोन्नति आदि विविध कार्यों के संबंध में अपने-अपने विश्वविद्यालय के संदर्भ में प्रस्तुतिकरण दिया।
इस दौरान राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज एल. जानी, कुलपति महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़, कुलपति राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अलीगढ़, कुलपति मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर आदि मौजूद रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश