ज्योतिष्पीठ शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती भगवान आदिशंकराचार्य की पूजा करके शुरू करेंगे चातुर्मास अनुष्ठान
प्रयागराज, 20 जुलाई (हि.स.)। श्रीमद्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज 21 जुलाई को प्रातः 8 बजे से शंकराचार्य चौराहे पर भगवान आदिशंकराचार्य की गुरु पूजा करके अलोपीबाग आश्रम ब्रह्म निवास में ही चातुर्मास अनुष्ठान प्रारम्भ करेगें।
ज्योतिष्ठपीठ प्रवक्ता ओंकारनाथ त्रिपाठी ने बताया कि भगवान आदिशंकराचार्य की पूजा के बाद वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज आश्रम में ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी शान्तानन्द सरस्वती महाकक्ष में अपने पूर्व गुरुओं ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती, ब्रह्मलीन जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी शान्तानन्द सरस्वती एवं ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी विष्णुदेवानन्द सरस्वती महाराज एवं विभिन्न देवी-देवताओं का पूजन करके चातुर्मास अनुष्ठान प्रारम्भ कर देगें।
उन्होंने बताया कि प्रातः 8ः30 बजे से स्वामी शान्तानन्द महाकक्ष में ही पंजाब, उत्तराखण्ड, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश आदि स्थानों से श्रद्धालु भक्तजन गुरू पूर्णिमा के अवसर पर सम्मिलित होकर अपने पूज्य गुरू वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज का पूजन-अर्चन करने के लिये पधार चुके हैं।
उन्होंने बताया कि संस्कृत विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य पं0 शिवार्चन उपाध्याय के साथ पं0 विपिन मिश्र, पं0 अभिषेक मिश्र, पं0 मनीष मिश्र गुरू पूजा कार्यक्रम सम्पन्न करायेगें और राहुल पाण्डेय, आकाश, प्रकाश मिश्र, सत्यप्रकाश मिश्र आदि पूजा कार्य में सहयोग करेगें। चातुर्मास कार्यक्रम के अन्तर्गत पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्य वासुदेवानन्द सरस्वती द्वारा भक्तों को आशीर्वाद कार्यक्रम प्रतिदिन चलता रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा