रिश्वतखोर एक इंस्पेक्टर सहित सात पुलिसकर्मी निलम्बित
कानपुर, 09 अगस्त (हि.स.)। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस अपने विभाग की खामियों को दूर करने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों की बराबर जांच कर कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को भी कार्रवाई जारी रही और एक इंस्पेक्टर सहित सात पुलिसकर्मियों पर रिश्वतखोर के आरोप अधिकारियों ने सही पाया। पुलिस अधिकारियों ने इन सभी को तत्काल निलम्बित करने की कार्रवाई कर दी।
अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि तीन अगस्त की रात जाजमऊ की तरफ से कुछ लोग आ रहे थे। यातायात ड्यूटी पर सरकारी वाहन में तैनात सब इंस्पेक्टर सतेंद्र पाल सिंह, सब इंस्पेक्टर पालेंद्र चौहान, आरक्षी अनुपम और आरक्षी चालक कुलदीप ने लोगों को रोक लिया। उनकी जमकर पिटाई की और उनसे रिश्वत की मांग की। पीड़ित पक्ष ने घर में कॉल कर रुपये मंगाए और पुलिस कर्मियों को दिए। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की थी। जिस पर जांच कराई गई। जांच में आरोपी सही पाए जाने पर सभी को निलम्बित कर दिया गया।
इसी तरह शिवराजपुर इंस्पेक्टर शिव शंकर पाल एक मामले में पीड़ित पक्ष से रिश्वत की मांग की और जांच में आरोप सही पाया गया। वहीं बिठूर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार बैसला ने अपराधियों से जेल में जाकर मुलाकात की और उनसे रुपये की मांग की। बिल्हौर थाने के सब इंस्पेक्टर राजपाल सिंह एक व्यक्ति को गलत तरीके से गिरफ्तार किया। तीन दिन तक कस्टडी में रखने के बाद रिश्वत लेकर छोड़ दिया। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि जांच में आरोप सही पाए जाने पर इन सभी को निलम्बित कर दिया गया है और सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इसके साथ ही आगे भी इसी तरह की कार्रवाई होती रहेगी।
बताते चलें कि एक जनवरी से नौ अगस्त तक 61 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। वहीं 177 के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह / विद्याकांत मिश्र