मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में कानपुर के सलेमपुर को मिलेगा प्रथम पुरस्कार

 


कानपुर,13 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत सरकार की योजनाओं को बेहतर ढंग से कार्य करने लिए कानपुर के 5 ग्राम पंचायत चयनित हुए है। जिसमें विकासखंड सरसौल की ग्राम पंचायत सलेमपुर के ग्राम प्रधान को प्रथम पुरस्कार के रूप में रुपए 35 लाख की धनराशि प्राप्त हुई है। यह जानकारी बुधवार को कानपुर जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने दी।

उन्होंने बताया कि शीघ्र ही प्रथम पुरस्कार पाने वाले ग्रांम पंचायत सलेमपुर के ग्राम प्रधान व अन्य 4 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को लखनऊ में आयोजित होने वाले समारोह में मुख्यमंत्री के द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा।

वित्तीय वर्ष 2022—23 के तहत मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत कानपुर के सरसौल विकासखंड के सलेमपुर ग्राम पंचायत के प्रधान अमित कुमार को प्रथम पुरस्कार में चयन हुआ है। इन्हें गांव का विकास करने के लिए 35 लाख की धनराशि पुरस्कार दिया जाएगा। इसी तरह विकासखंड घाटमपुर के बदले सिमनापुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान संगीता देवी द्वितीय स्थान पर है। इन्हें विकास के लिए 30 लाख की धनराशि मिलेगी।

घाटमपुर के ही ग्राम पंचायत गढ़ोलामऊ के ग्राम प्रधान शंकर दयाल यादव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। इन्हें विकास कार्यो के लिए 20 लाख धनराशि प्राप्त होगी। चतुर्थ स्थान पर विकास खंड विधनु के कडरी चम्पतपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान सपना चतुर्वेदी रही और इन्हें गांव के विकास के लिए 15 लाख की धनराशि प्राप्त होगी और पांचवें स्थान पर विकासखंड पतारा की ग्राम पंचायत तिलसडा की ग्राम प्रधान सुलेखा देवी को मिला है। इन्हें पंचम पुरस्कार की धनराशि दस लाख प्राप्त होगी।

कमल किशोर ने बताया कि ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट का उत्तम प्रबंध किया गया है। खुले में शौच की निरंतरता को बनाया रखा गया और ग्राम पंचायतों में निर्मित शौचालय शत प्रतिशत जियो टैगिंग के साथ उपयोग हो रहे है। इसके साथ ही जल निकायों के संरक्षण हेतु पालीथीन व प्लास्टिक मुक्त किया गया। ग्राम पंचायतों को तकनीकी रूप से सशक्त करने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाये गए। इसके साथ ही इन गांवों में ई—ग्राम स्वराज पर वित्तीय वर्ष 2022—23 की वार्षिक पुस्तिका समयान्तर्गत बंद की गई। ग्राम पंचायतों को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित किया गया। जिसके आधार पर उक्त गांवों का चयन किया गया है।

डीपीआरओ ने बताया कि मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत पुरस्कृत ग्राम पंचायतों द्वारा प्राप्त होने वाली धनराशि से ग्राम पंचायत में लाइब्रेरी की स्थापना, टीकाकरण हेल्थ कैम्प का आयोजन, कोविड से बचाव हेतु टीकाकरण, पंचायत भवन में पंचायत कार्यालय की स्थापना, जिसमें कम्प्यूटर, प्रिंटर, एवं इंटरनेट की सुविधा कर सकते है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत में स्वयं की आय के स्रोतों में वृद्धि के लिए कार्य किये जा सकते है।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन