राष्ट्रीय अस्मिता जगाने को एकजुट हो हिन्दू समाज : डॉ राज बिहारी

 


प्रयागराज, 18 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन उत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हिन्दू समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने एवं समता मूलक समरसता युक्त शक्तिशाली संगठित हिन्दू समाज की नींव रखना ही है। ताकि भारत दोबारा प्राचीन वैभव को प्राप्त कर सके। अब समय आ गया है जात-पांत से ऊपर उठकर सभी हिन्दुओं को एकजुट होना होगा। हिन्दू समाज में विभाजन की रेखा खींचने वालों के षड्यंत्रों को विफल करना होगा।

यह बातें काशी प्रांत के सह प्रांत कार्यवाह डॉ राज बिहारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रज्जू भैया नगर की ओर से रविवार को रक्षाबंधन उत्सव सावित्री गार्डेन राजरूपुर में उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कही।

सह प्रांत कार्यवाह डॉ राज बिहारी ने कहा कि हिन्दू समाज में अनेक उत्सवों की रचना की गई है। यह सभी उत्सव राष्ट्रीय अस्मिता को जगाने के लिए है ताकि हिन्दू समाज में नया उत्साह बन सके और हमारा समाज जाति भाषा एवं सम्प्रदायों में खंड-खंड बांटने की साजिशों को समाप्त कर सके। रक्षाबंधन उत्सव प्राचीन काल से ही मनाया जा रहा है। उन्होंने स्वयंसेवकों का आह्वान किया कि वह दलित बस्तियों में जाएं और उनको अपना बनाएं।

इसके पूर्व रविवार को काशी प्रांत के सह प्रांत कार्यवाह और अध्यक्षता कर रहे दवा व्यवसाई मुकेश ने भगवाध्वज को राखी बांधकर पूजा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुकेश एवं संचालन नगर कार्यवाह भूपेंद्र ने किया। एकल गीत मुख्य शिक्षक श्रीराम शाखा कौशल ने कराया। अमृत वचन विद्यार्थी सायं शाखा कार्यवाह कार्तिकेय का रहा। अंत में बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधा और स्वयंसेवकों ने अधिकारियों सहित सभी लोगों के हाथों में रक्षा सूत्र बांधा।

कार्यक्रम में संघचालक रवि प्रकाश, सह संघचालक राजकुमार, बौद्धिक प्रमुख अमित, बस्ती प्रमुख विजय, चंद्रभूषण, धीरज, रवि, हेमंत समेत सैकड़ों मातृ शक्ति उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / राजेश