रेलवे सुरक्षा बल ने नाबालिग बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपा
प्रयागराज, 25 अप्रैल (हि.स.)। प्रयागराज मंडल के कानपुर स्टेशन पर बीते कल यानी बुधवार को अपने घर से भागे एक बालक व एक बालिका को पकड़ा गया। इसके साथ ही 14 बच्चे मदरसा में पढ़ने जा रहे थे, जिनके साथ कोई वयस्क न होने पर सभी बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया गया। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान कुल 347 बच्चों को रेलगाड़ियों, रेलवे परिक्षेत्र से रेस्क्यू कर उनके परिजनों, एनजीओ व चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी के सुपुर्द किया गया।
यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने गुरूवार को दी। उन्होंने बताया कि कल यानि 24 अप्रैल को रेलवे सुरक्षा बल कानपुर के उपनिरीक्षक, अमित कुमार द्विवेदी द्वारा कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर अपनी टीम के साथ मानव बाल तस्करी के विरुद्ध चलाये गए चेकिंग अभियान में प्लेटफार्म एक पर एक किशोर बालक (13) एवं एक किशोरी बालिका (14) दिखायी दिये। मेरी सहेली बूथ की महिला कांस्टेबल अंजना पटेल द्वारा पूछताछ पर लड़के ने अपना नाम रुद्र प्रताप पुत्र गोपाल सिंह, निवासी रामबाग कॉलोनी, सिविल लाइन, पीलीभीत और बालिका ने अपना नाम नूर फातिमा पुत्री स्वर्गीय असी अली निवासी रोनी, जिला कन्नौज बताया। दोनों बच्चे अपने-अपने घर से भाग आए थे। रेलवे सुरक्ष बल ने दोनों बच्चों को अपने अपने परिवारों से मिलाने के लिए कानपुर चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया।
24 अप्रैल को ही रेलवे सुरक्षा बल कानपुर के उपनिरीक्षक अमित कुमार द्विवेदी द्वारा कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर चलाये गए चेकिंग अभियान में 14 बच्चे कानपुर सेंट्रल स्टेशन परिसर में बैठे हुए मिले। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वह सभी घाटमपुर के मदरसे में पढ़ाई करने जा रहे हैं। इस बारे में बच्चों से मदरसे की आईडी एवं उनके परिजनों का सहमति पत्र जैसा कोई भी दस्तावेज नहीं पाया गया एवं बच्चों के साथ कोई वयस्क मौके पर मौजूद नहीं था। रेलवे सुरक्षा बल कानपुर ने सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन कानपुर के सुपुर्द कर दिया।
पीआरओ ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल आपरेशन नन्हें फरिश्ते, सतर्क, नारकोस, मातृशक्ति, लाइफ सेविंग, उपलब्ध, अनधिकृत वेंडर, संरक्षा, मेरी सहेली एवं आपरेशन नन्हें फरिश्ते जैसे अनेकों मिशन के माध्यम से यात्रियों की मदद में सदैव संलग्न रहते है। रेलवे सुरक्षा बल का उद्देश्य रहता है किसी भी समय किसी भी परिस्थिति में यात्रियों को सहायता प्रदान कर सके।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित