झांसी में 613 गांव के सापेक्ष 473 गांव में सड़क पुनर्गठन के कार्यलंबित
- जेजेएम में 201496 के सापेक्ष 200016 घरों में टैप कनेक्शन पूर्ण, 111815 गृह संयोजन क्रियाशील
- कार्यों की प्रगति संतोषजन न हाेने पर सीडीओ ने जताई नाराजगी
झांसी,10 जनवरी (हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने विकास भवन सभागार में जल, जीवन मिशन/जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की बुधवार को बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुये सीडीओ ने संतोषजनक प्रगति न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कार्य में गति लाए जाने का सुझाव देते हुए कहा कि जल-जीवन मिशन शासन की उच्च प्राथमिकता में शामिल परियोजना है। पेयजल परियोजनाओं में प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जल-जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन 10 नग ग्राम समूह पेयजल योजना अंतर्गत यह अंतर विभागीय बैठक है ताकि पेयजल आपूर्ति से सम्बन्धित किसी विभाग को यदि कोई समस्या हो तो उसे आपसी समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण किया जा सके। पेयजल से जुड़ी परियोजनाओं एवं कार्यों को किसी भी स्तर पर लम्बित न रखा जाये और उसे समय से पूरा कर लिया जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने जल-जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन 10 नग ग्राम समूह पेयजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि 07 परियोजनाएं शत प्रतिशत पूर्ण हो गई हैं। इमलौटा ग्राम समूह पेयजल योजना, बरथरी ग्राम समूह पेयजल योजना, टेहरका ग्राम समूह पेयजल योजना में बेहद कम प्रगति होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मैन पावर बढ़ाते हुए तथा किए जाने वाले कार्य का लक्ष्य निर्धारित करते हुए संबंधित कार्यदाई संस्था को जल्द से जल्द शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सीडीओ ने जल-जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन ग्राम समूह पेयजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए बरथरी ग्राम समूह पेयजल योजना, टेहरका ग्राम समूह पेयजल योजना, ईमलौटा ग्राम समूह पेयजल योजना में इन्टेक वेल, सीडब्यलूआर, डब्लूटीपी और ओएचटी की कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्ति की। उन्होंने किए जा रहे कार्यों में प्रगति लाते हुए सुधार लाए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि किए जा रहे कार्यों की लगातार मोनीटरिंग की जाय ताकि कार्य समय से पूर्ण हो। निर्देश दिए कि ग्राम समूह पेयजल योजनान्तर्गत पाइप लाइन बिछाने हेतु खोदी गई सड़कों को अनुबंधित फर्मों द्वारा पुर्नस्थापन के कार्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि समस्त परियोजना अंतर्गत गांव की सड़कों को शत प्रतिशत पुनर्स्थापित किया जाए। जनपद के 613 गांव के सापेक्ष मात्र 140 गांव में ही सड़क पुनर्गठन का कार्य किया गया है, शेष 473 गांव में उक्त कर लंबित हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने समस्त कार्यकारी संस्थाओं को तत्काल सड़क पुनर्गठन का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए, उन्होंने पुनर्स्थापित सड़कों का सत्यापन कराए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामवासियों को अवागमन में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित