नालियों का सिल्ट जल्द हटाएं, कचरे की हो सफाई : ए. के. शर्मा
लखनऊ, 29 जून (हि.स.)। प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। सभी निकाय कार्मिकों के लिए यह समय परीक्षा की घड़ी का है, इसके लिए पूरी तत्परता और लगन के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। बरसात में शहरों में कहीं पर भी जलभराव और गंदगी न होने पाये, नाले व नालियों की सफाई के साथ ही दैनिक सफाई पर भी सभी मुस्तैदी से कार्य करेंगे। कहीं पर भी नाले व नालियां चोक न होने पायें। सफाई के दौरान नाले-नालियों से निकली सिल्ट एवं कचरे को शीघ्र हटाया जाए। खाली पड़े प्लाटों में भी जलभराव होने से रोका जाय। उनके मालिक से संपर्क किया जाय, जिससे संचारी रोगों से लोगों को बचाया जा सके।
ये बातें नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने शनिवार को नगर निकाय अधिकारियों को और कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि बरसात में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नाले व नालियों की सफाई नियमित रूप से करायी जाए। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग प्रदान करें। कूड़ा-कचरा, पॉलीथीन आदि नाले-नालियों में न फेंके, जिससे पानी के बहाव में अवरोध पैदा हो। उन्होंने निकाय क्षेत्रों के अंतर्गत खाली प्लाटों में होने वाले जलभराव, गंदगी और कूड़ा भरा होने की स्थितियों का भी गम्भीरता से संज्ञान लेने को कहा। ऐसे प्लाट के मालिकों से सम्पर्क कर समस्या का समाधान करने, जिससे वहां पर गंदगी और जलभराव से संचारी रोगों के फैलने की सम्भावना न बने।
नगर विकास मंत्री ने जलभराव से निपटने के लिए बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों और सीवर पंम्पिंग स्टेशनों के चालू हालात में रखने को कहा, जिससे कि बारिश के पानी को जल्द से जल्द निकाला जा सके और सड़कों, गलियों व लोगों के घरों में गंदा पानी न भरे और चारों तरफ गंदगी न फैले। उन्होंने सीवर लाइनों के बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे व नालियों को भी कार्य पूरा होने पर शीघ्र ही भरने को कहा, जिससे कि बरसात में लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना न करना पड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/राजेश