योग के नियमित अभ्यास से व्याधिमुक्त होगा जीवन: योगी ज्वाला

 


- योग कार्यशाला: अभ्यर्थियों ने किया यौगिक जॉगिंग का अभ्यास

मीरजापुर, 4 अप्रैल (हि.स.)। चुनार तहसील अंतर्गत कोलना स्थित आदर्श जनता महाविद्यालय में पतंजलि युवा भारत एवं मां बलिराजी योग संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में जनपद समेत अन्य जिलों से आए बीएड अभ्यर्थियों ने पांच दिवसीय योग कार्यशाला के चौथे दिन गुरुवार को यौगिक जॉगिंग का अभ्यास किया।

युवा भारत के प्रदेश महामंत्री एवं राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने योग कार्यशाला में आए हुए अभ्यर्थियों को योग जॉगिंग का अभ्यास करते हुए कहा कि अगर मनुष्य को अपने शरीर को स्वस्थ, सुडौल, खुबसूरत व मजबूत बनाना है तो उसे नियमित रूप से यौगिक जॉगिंग का अभ्यास करना पड़ेगा। अगर साधक नित और नियमित इसका अभ्यास करे तो वह विभिन्न व्याधियों से मुक्त हो सकता है।

उन्होंने युवा अभ्यर्थियों को भस्त्रिका प्राणायाम, कपालभांति एवं अनुलोम विलोम प्राणायाम के साथ भ्रामरी व उदगीत आदि प्राणायाम का अभ्यास कराया और कहा कि यदि योग आसन के साथ ही प्राणायम का अभ्यास किया जाए मनुष्य मानसिक रूप से मजबूत होगा और वह कभी भी अनिद्रा, तनाव, चिंता व कुंठा जैसे समस्याओं से बच जाएगा। वह सदा आनंदित व पूर्ण रूप से निरोग रहेगा।

जीरो बैलेंस से मुक्ति का मार्ग है योग

प्रभारी प्राचार्य प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि जीरो बैलेंस से मुक्ति का मार्ग है योग। योग की विद्या को आत्मसात करने वाला मानव अपने भीतर की छिपी हुई अदृश्य शक्तियों को पहचान पाता है और लगातार योग प्राणायाम के अभ्यास से वह उसका स्वामी बन जाता है।

व्याधिमुक्त व समाधियुक्त जीवन की संकल्पना है योग

डिस्ट्रिक्ट योगासन खेल संघ के अध्यक्ष डॉ. अमन सिंह यादव ने कहा कि व्याधिमुक्त व समाधियुक्त जीवन की संकल्पना है योग। वर्तमान समय में जो व्यक्ति योग, आसन व प्राणायाम नहीं करेगा, वह स्वस्थ नहीं रह सकता है। इसलिए जीवन में स्वस्थ रहने के लिए हमें योग को स्वीकार कर इसका अभ्यास करना होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/सियाराम