रामलीला समिति की अनाेखी पहल, नाै निराश्रित लड़कियों के विवाह के लिए 51–51 हजार का किया सहयोग
अमेठी, 14 अक्टूबर (हि.स.)। अमेठी कस्बे का ऐतिहासिक भरत मिलाप सोमवार की सुबह संपन्न हुआ। इस दौरान रामलीला कमेटी द्वारा चुनी गई नाै निराश्रित, असहाय एवं गरीब लड़कियों को गोद लेते हुए उनके विवाह हेतु 51–51 हजार रुपये की धनराशि का चेक भी प्रदान किया गया। रामलीला समिति के इस कदम से लाेगाें में खासी चर्चा हाे रही है।
रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश अग्रहरि ने बताया कि यह विजयादशमी और भरत मिलाप कार्यक्रम के लगातार मंचन का प्रभाव है कि रामलीला समिति के लोगों के मन में आया कि भगवान श्री राम ने सभी का कल्याण किया है। भगवान ने शोषित, वंचित, वनवासी और आदिवासी का कल्याण किया है। वह शबरी के राम हैं, वह केवट के राम हैं, वह अहिल्या के राम हैं, वह सबके राम हैं। उनकी इसी लीला से प्रभावित होकर रामलीला कमेटी ने ऐसी बेटियां जिनके माता-पिता दुर्घटना का शिकार हो गए हैं और अकारण ही काल के गाल में समा गए हैं। ऐसी नाै लड़कियों को गोद लिया गया और उन्हें 51– 51 हजार रुपये का विवाह हेतु सहयोग देने का निर्णय रामलीला समिति ने लिया है। इसका उद्देश्य सिर्फ इतना है कि ऐसी लड़कियों के मन में कभी हीन भावना ना आए। रामलीला समिति हमेशा उनके सुख-दुख की साथी रहेंगी। यह कार्यक्रम पहली बार शुरू किया गया है जो अनवरत चलता रहेगा। प्रतिवर्ष नौ कन्याओं को गोद लेकर उनके विवाह हेतु सहयोग किया जाता रहेगा।
रामलीला समिति अमेठी द्वारा शिवकुमारी वर्मा पुत्री स्वर्गीय रामनाथ वर्मा निवासी नरैनी, संजू पुत्री स्वर्गीय राम आसरे यादव निवासी ताला, नैना कोरी पुत्री स्वर्गीय भूति प्रसाद पूरे दयाल भेंटुआ, मंजू शर्मा पुत्री स्वर्गीय सुशांत शर्मा गंगागंज, मनीष वर्मा पुत्री स्वर्गीय श्याम लाल वर्मा दुर्गापुर भादर, समृद्धि सरोज पुत्री स्वर्गीय बलिराम सरोज कुंड़वा महमदपुर, रिंकी पुत्री जगरूप कोरी कसारा, माधुरी अग्रहरि पुत्री स्वर्गीय ओम प्रकाश अग्रहरि सुफल का पुरवा शाहगढ गौरीगंज, और आरती पुत्री रामसागर तिवारी तिवारीपुर गुंगुवाछ को चुना गया था। इन सभी लड़कियों को 51–51 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश