रामायण उत्सव में शैक्षिक और साहित्यिक प्रगति पर होगा मंथनः प्रो शिशिर पाण्डेय
चित्रकूट, 06 नवम्बर (हि.स.)। लगभग छह माह पूर्व अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के मध्य हुए महत्वपूर्ण समझौते के तहत आगामी 18 एवं 19 नवम्बर को धर्मनगरी में रामायण-उत्सव का आयोजन किया जाएगा। उत्सव को लेकर चल रही युद्ध स्तर की तैयारियों के बीच सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय ने कई स्थानों का निरीक्षण करने के बाद कर्वी के मंदाकिनी पैलेस में आयोजन पर सहमति जताई है।
सोमवार को कुलपति प्रो पांडेय ने बताया कि अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृत विभाग उत्तर प्रदेश एवं जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के मध्य दोनों संस्थानों में शैक्षिक, साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों तथा शोध से सम्बन्धित गतिविधियों में एक दूसरे का सहयोग करने के लिए महत्वपूर्ण समझौता जून माह में हुआ था। जिसके तहत मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट में कार्तिक शुक्ल पक्ष पंचमी एवं षष्ठी को 18 एवं 19 नवम्बर में रामायण उत्सव का आयोजन किया जाना है। दोनों संस्थानों के संयुक्त तत्वाधान में होने वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के विद्वानों के साथ स्थानीय विद्वान और साहित्यकार भी शामिल होंगे।बताया कि इस आयोजन को साहित्य एवं संस्कृति जगत के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासतौर से धर्मनगरी चित्रकूट का साहित्य जगत में प्रचार प्रसार रामायण उत्सव के जरिए व्यापक रूप में होने की उम्मीद है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय ने चित्रकूट के आधा दर्जन स्थानों का भ्रमण कर कार्यक्रम स्थल के रूप में चिन्हित करने के लिए विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। स्थान का चयन इसी सप्ताह कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई स्थानों के निरीक्षण के बाद कर्वी मन्दाकिनी पैलेस का चयन आयोजन के लिए किया गया है। इस दौरान विश्वविद्यालय के डॉ गोपाल मिश्रा,ड़ॉ महेंद्र उपाध्याय ,अश्वनी अवस्थी आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार /रतन/प्रभात