सद्भावना दिवस के रूप में मनाई प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती

 


वाराणसी, 20 अगस्त (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती मंगलवार को सद्भावना दिवस के रूप में मनाई गई। कांग्रेस के जिला एवं महानगर के कार्यकर्ताओं ने मैदागिन स्थित पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण उन्हें याद किया।

पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल व महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि राजीव गांधी देश के सबसे युवा तथा शक्तिशाली प्रधानमंत्री थे। जिनके नेतृत्व में कांग्रेस ने लोकसभा के 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने 21वीं सदी के भारत का निर्माण की नींव रखी। राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान राजनीति से लेकर तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। आज भले ही देश सूचना क्रांति के क्षेत्र में पूरी दुनिया में अपनी खास पहचान स्थापित कर चुका है, मगर इसकी शुरूआत राजीव गांधी के कार्यकाल में ही हुई थी। रेलवे का कम्प्यूटरीकरण कर उन्होंने इस देश के सामने क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने भारतीय लोकतंत्र को और सुदृढ किया। पंचायतों को जो अघिकार मिले हैं वो उनके कार्यकाल की ही देन है। देश के गरीबों के उत्थान के लिए एक अप्रैल 1989 को जवाहर रोजगार गारंटी योजना, इंदिरा आवास योजना और 10 लाख कुआं जैसी योजनाएं चालू कीं। उन्हाेंने कहा कि राजीव गांधी एक ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो जनता से सीधे जुड़े थे। एक ऐसे नेता के रूप में विख्यात थे। जिनकी पहुंच देश के आम आदमी के हृदय तक थी। इस अवसर पर फसाहत हुसैन बाबू, डॉ. राजेश गुप्ता, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, जितेंद्र सेठ, सतनाम सिंह, बह्मदत्त त्रिपाठी, अनिल उपाध्याय, राजीव राम, वीरेन्द्र कपूर, उमापति उपाध्याय, प्रमोद श्रीवास्तव, शान्तनु त्रिपाठी, प्रमोद वर्मा, आकाश त्रिपाठी आदि माैजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / डॉ.कुलदीप त्यागी