युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे लोकबंधु राज नारायण : विधायक
कानपुर, 31 दिसम्बर (हि.स.)। लोकबंधु राज नारायण की मौत 31 दिसंबर 1986 को हुई थी। उन्होंने अपने जीवन काल में 80 बार जेल की यात्राएं कीं, जिसमें तीन साल आजादी के पहले व 14 साल आजादी के बाद। जेल में रहे लोग बंधु राज नारायण को राज पलट नारायण भी कहा जाता था। वह सदैव देश हित कि साथ युवा हित की बात करते थे। इसीलिए उन्हे युवाओं का प्ररेणा स्रोत कहा जाता है। यह बातें रविवार को सपा विधायक मो0 हसन रुमी पुण्यतिथि पर लोकबंधु को याद करते हुए कही।
समाजवादी चिंतक लोकतंत्र के प्रखर तथा समाजवाद के सजग प्रहरी लोकबंधु राज नारायण की 37 में पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद की अध्यक्षता में दाम बाधों सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी संपन्न हुई।
सपा विधायक मो0 हसन रुमी ने बताया कि लोकबंधु ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी को कोर्ट व वोट दोनों में हराया था। वह एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी व राजनीतिक थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन शोषित पीड़ित मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए न्योछावर कर दिया। वह राजनीति में एक फक्कड़ नेता थे तथा डॉक्टर मनोहर लोहिया के अनुयाई थे। भारतीय लोकतांत्रिक राजनीति में लोकबंधु राज नारायण आम आदमी के हितैषी व चिंतक थे।
दामबाधों सम्मेलन व श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार अगर देश में महंगाई से जनता को राहत देना चाहती है तो सरकार को हर छोटी बड़ी जीवन उपयोगी वस्तुओं का दाम निर्धारित करना होगा। तभी जनता को महंगाई से राहत मिल पाएगी, क्योंकि जीवन उपयोगी वस्तुओं के मूल निर्धारित न होने के कारण व्यापारी मनमाने ढंग से हर जीवन उपयोगी वस्तुओं को मनमाने ढंग से जनता को बेचकर जनता के जेब पर डाका डालने का कार्य कर रहे हैं। आज महंगाई चरम सीमा पर है, जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है। गरीब जनता अपने परिवार का सही ढंग से भरण पोषण नहीं कर पा रही है। इस सरकार को हर वस्तु का दाम निर्धारित करना होगा।
इस दौरान राष्ट्रीय सचिव अपर्णा जैन, संजय सिंह उर्फ बंटी सेंगर, शैलेंद्र यादव मिंटू, अर्पित त्रिवेदी, अरमान खान, हाजी अयूब आलम, हाजी एहसान खान, महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव दीपा यादव, नंदलाल जायसवाल आदि मौजूद रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश