उप्र में रुकी बारिश की गतिविधियां, किसानों के अनुकूल हुआ मौसम
कानपुर, 10 अक्टूबर (हि.स.)। मानसून वापसी की रेखा भले ही उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से गुजर रही हो, लेकिन मानसून अब बारिश नहीं करेगा। यही नहीं बीते दिनों पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से जो बारिश हुई थी वह भी अब नहीं होगी। मौसम विभाग का कहना है आसमान में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश नहीं होगी। मौसम की यह गतिविधियां किसानों के लिए अनुकूल है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अक्षांश 29° उत्तरी देशांतर 84 डिग्री पूर्व नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी, अक्षांश 20° उत्तर और देशांतर 70 डिग्री पूर्व से होकर गुजरती रहती है। अगले 48 घंटों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों से मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो अब बारिश की संभावना नहीं है और स्थानीय स्तर पर कहीं बूंदाबांदी हो भी गई तो वह कृषि के लिहाज से नुकसानदायक नहीं होगी। आगामी दिनों आसमान साफ रहेगा और तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। यह तापमान अक्टूबर माह के अंतिम दिनों में कम होने लगेगा और रात्रि में गुलाबी सर्दी महसूस होने लगेगी। इस बीच कभी कभार उंचाई वाले बादल आसमान में आ सकते हैं, लेकिन कृषि कार्य में बाधा नहीं पड़ेगी। ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है कि अनुकूल मौसम में तेजी से धान की फसल की कटाई व मड़ाई करें। इसके साथ ही रवी फसल की बुवाई के लिए तैयार हो जाएं।
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 53 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.1 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह