प्रयागराज : घूरपुर उपकेंद्र के तत्कालीन अधीक्षक डॉ तरुण पाठक पर गाज गिरना तय

 


-अधीक्षक की मिलीभगत से उपकेंद्र पर पुतवा दी कालिख

-एडी हेल्थ ने शुरू की जांच, सीएमओ से मांगा जवाब

प्रयागराज, 07 नवम्बर (हि.स.)। स्वास्थ्य विभाग के घूरपुर प्रथम उपकेंद्र (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) पर कुछ लोगों ने कब्जा करने के प्रयास में उपकेंद्र पर कालिख पुतवा दी। इसमें प्रथमदृष्टया जसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तत्कालीन अधीक्षक (अब एसीएमओ प्रयागराज) डॉ तरुण पाठक की संलिप्तता पाई गई। तत्कालीन सीएचओ ने इस मामले में तत्कालीन अधीक्षक का भी नाम लिया है।

मामला संज्ञान में आने के बाद अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ केके वर्मा ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने मौके पर जाकर हकीकत देखी तो वहां उपकेंद्र पर कालिख पोता गया था। अपर निदेशक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशु पांडेय से जवाब मांगा है। उन्होंने सीएमओ से पूछा है कि इस मामले में उनकी ओर से क्या किया गया ? वहीं इस मामले में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह गम्भीर प्रकरण है, जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

तत्कालीन अधीक्षक ने सीएचओ को दिया था मौखिक आदेश

घूरपुर उपकेंद्र पर तैनात तत्कालीन सीएचओ दीपक ने इस सम्बंध में घूरपुर थाने पर शिकायत की थी। सीएचओ ने लिखा है कि “जसरा में तैनात रहे डॉ तरूण पाठक ने मौखिक आदेश दिया था कि घूरपुर उपकेंद्र को खाली करना है और इसे देवरिया में शिफ्ट करना है।” जांच करने पहुंची टीम ने जब गांव के लोगों से पूछताछ की तो बताया गया कि डॉ तरूण पाठक की मिलीभगत से इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का वजूद मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं वर्तमान अधीक्षक डॉ.अंकिता पांडेय ने जांच टीम को बताया कि 13 सितम्बर को वह यहां कार्यभार ग्रहण की हैं। इस मामले में उन्होंने सीएमओ को भी पत्र लिखा था।

अधीक्षक को उपकेंद्र को हटाने का अधिकार नहीं

इस सम्बंध में एडी हेल्थ डॉ केके वर्मा ने बताया कि जानकारी होने पर हम जांच करने पहुंचे थे। पता चला कि कुछ लोग सीएचओ को डरा धमकाकर हेल्थ एंड वेलनेस को खाली करा लिया और कालिख पोत दिया गया था। पता चला कि पूर्व अधीक्षक डॉ तरूण पाठक के दबाव में यह खाली कराया गया। उन्होंने कहा, अधीक्षक को पावर नहीं है कि वह हेल्थ एंड सेंटर को दूसरी शिफ्ट कर दें, यह अधिकार जिला स्वास्थ्य समिति को है। यदि एक बार उपकेंद्र बन गया तो उसे बंद नहीं किया जा सकता है, इसका जियो टैगिंग और मैपिंग किया जाता है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सीएमओ बोले, जांच कर भेजी जाएगी रिपोर्ट

इस सम्बंध में सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। फिर से उपकेंद्र को चालू कराया जा रहा है। पूरी जांच कर रिपोर्ट अपर निदेशक को भेजी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/प्रभात