लापता खुशी पाल मामले में महिला संगठनों ने किया प्रदर्शन,जिलाधिकारी ने खुद बात सुनी

 




—शिवपुर पुलिस के कार्य प्रणाली पर सवाल,डीएम ने उचित कार्यवाही की बात कही

वाराणसी,07 अगस्त (हि.स.)। तीन माह से लापता किशोरी खुशी पाल मामले में बुधवार को महिला सामाजिक संगठनों की कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी कार्यालय के पोर्टिकों में जुटी महिला कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ी तो पुलिस अफसरों ने उन्हें रोक दिया। इससे नाराज महिलाओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। शोर सुनकर अपने कार्यालय से बाहर निकल जिलाधिकारी एस राजलिंगम महिलाओं के बीच पहुंचे और उनकी बातें सुनीं। जिलाधिकारी ने इस मामले में उचित कार्यवाही का भरोसा दिया। तब जाकर महिलाएं वहां से वापस लौटीं। दख़ल और ऐपवा संगठन से जुड़ी इंदु पांडेय, नीति, मैत्री, पूनम के अनुसार लापता खुशी पाल मामले को लेकर कचहरी स्थित शास्त्रीघाट पर संगठन की कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। सभा में वक्ताओं ने खुशी पाल मामले में पुलिस प्रशासन की लापरवाही की निंदा की और तत्काल कार्यवाही करने की मांग की। संयुक्त रूप से बताया कि इस मामले में पुलिस अधिकारियों के दरवाजे से हम निराश हैं। परिजन चिंतित हैं और लगभग नाउम्मीद हैं। शिवपुर पुलिस ने अभी तक कुछ नहीं किया। हमारी मांग है कि खुशी पाल को जल्द से जल्द सुरक्षित वापस लाया जाए , पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और तत्काल कार्यवाही करे।

सीबीआई जांच के आदेश दिए जाएं ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके। खुशी पाल के परिवार को सुरक्षा और समर्थन प्रदान किया जाए।

खुशी पाल गत 12 अप्रैल 2024 से लापता हैं। हीलाहवाली के बीच किसी तरह एफआईआर दर्ज हुई है, लेकिन अगस्त माह आ गया अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / Siyaram Pandey