हिंदुत्व व विकास मॉडल को जनता के बीच ले जायेगी भाजपा
मीरजापुर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। हिंदुत्व और विकास मॉडल को जनता के बीच ले जाने की भाजपा ने पूरी तैयारी की है। इसी मॉडल को स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मीरजापुर पहुंचे। मीरजापुर जनपद देश और दुनिया में आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी के विंध्याचल धाम के लिए जाना जाता है। इसी विंध्याचल धाम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर निर्माणाधीन है।
दरअसल, विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 1964 में हुई थी। 60 वर्ष पूर्ण होने पर विहिप के योजनानुसार संभवतः 2024 तक भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की तैयारी है। वहीं लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा हिंदुत्व एजेंडे को स्थापित करने की पुरजोर कोशिश में लगी है। वर्तमान में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर और अब मां विंध्यवासिनी धाम में विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर काम करके भाजपा की यह बताने की कोशिश है कि वह अध्यात्म, धर्म और विकास का मेल कराकर आगे बढ़ रही है।
बाबा काशी विश्वनाथ व मां विंध्यवासिनी की मान्यता
उत्तर प्रदेश में काशी,अयोध्या और मथुरा के बाद विंध्याचल का बड़ा नाम है। महिसासुर मर्दिनी मां विंध्यवासिनी को लेकर मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने जाता है, उसका दर्शन तभी पूरा माना जाएगा। जब वह मां विंध्यवासिनी का दर्शन करेगा। ऐसे में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर व विंध्य कॉरिडोर से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ हिंदुत्व और विकास के एजेंडे को सेट करने के लिए भाजपा इसे जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है।
विंध्य कॉरिडोर से मंदिर और गंगा का मेल कराने की कोशिश
विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट पूरा होने पर मंदिर परिसर से गंगा दर्शन भी संभव हो सकेगा। मां विंध्यवासिनी मंदिर का परिक्रमा करने वाले दर्शनार्थी मां गंगा का भी दर्शन कर पाएंगे। मंदिर से गंगा नदी के घाट की दूरी लगभग डेढ़ सौ से 200 मीटर ही है, लेकिन मंदिर के आसपास कई निर्माण होने की वजह से अब तक मंदिर से गंगा नजर नहीं आती थी। प्रोजेक्ट पूरा होने पर श्रद्धालु मंदिर परिसर में रहकर गंगा दर्शन भी कर पाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/राजेश