उप्र में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी की संभावना

 


कानपुर, 01 दिसम्बर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 1,4 एवं 5 दिसम्बर को तेज हवाओं के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। शुक्रवार को 3.8 मिली मीटर वर्षा हुई है। यह जानकारी शुक्रवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी।

उन्होंने बताया कि शुक्रवार दिन में अधिकतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सापेक्षिक आर्द्रता की बात की जाए तो अधिकतम 96 प्रतिशत और न्यूनतम 70 फीसदी सापेक्षिक आर्द्रता रही। हवा की औसत गति 3.7 किलोमीटर प्रति घंटा रही और हवा की दिशा दक्षिण पूर्व रही और कानपुर मण्डल के आस-पास 3.8 मिली मीटर वर्ष का रिकॉर्ड दर्ज किया गया।

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र पिछले 12 घंटों के दौरान पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और एक अवसाद में केंद्रित हो गया। यह 1 दिसंबर को 5:30 बजे आई.एस.टी. पर दक्षिण-पूर्व और निकटवर्ती दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 9.1 उत्तर अक्षांश और 86.4 डिग्री पूर्व देशांतर पर केंद्रित है।

पुडुचेरी से लगभग 790 किमी पूर्व दक्षिण पूर्व, चेन्नई से 800 किमी दक्षिण पूर्व, बापटला से 990 किमी दक्षिण पूर्व और मछलीपट्टनम से 970 किमी दक्षिणपूर्व। यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रख सकता है और 2 दिसंबर तक एक गहरे दबाव में तब्दील हो सकता है और 3 दिसंबर को बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और 4 दिसंबर की शाम के आसपास चक्रवाती तूफान के रूप में चेन्नई और मछलीपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तट को पार कर सकता है।

उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी और निकटवर्ती दक्षिण श्रीलंका के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। महाराष्ट्र तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश