मानसिक तनाव वाले पुलिसकर्मी को शस्त्र के साथ ड्यूटी न लगायी जाए : पुलिस महानिदेशक

 


लखनऊ, 09 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने मानसिक पीड़ित पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने में सावधानी बरतेने निर्देश दिए हैं। मंगलवार को जारी निर्देश में उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मानसिक रूप से परेशान, बीमार किसी भी पुलिसकर्मी को शस्त्र सहित ड्यूटी न लगाई जाए।

डीजीपी ने कहा कि बीते दिनों में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जहां संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर लगाई गयी सुरक्षा गार्ड और स्कॉर्ट ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों की अनुशासनहीनता देखने को मिली है। इस प्रकार की घटनाओं से पुलिस की छवि धूमिल होती है। वहीं, सशस्त्र गार्ड ड्यूटी अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील होती है। इसमें कोई भी लापरवाही घातक हो सकती है।

ऐसे में यह निर्णय किया गया है कि मानसिक तनाव से ग्रस्त, बीमार और नशे के आदी किसी भी पुलिसकर्मी से अगर महत्वपूर्ण ड्यूटी, स्कार्ट में ड्यूटी कराई गई तो पुलिस उपाधीक्षक पुलिस लाइंस और प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) जिम्मेदार होंगे।

डीजीपी ने इस बाबत मातहतों को आदेश जारी करते हुए इसे कड़ाई से पालन करने को कहा है। यह भी कहा कि यदि कोई कर्मी अस्वस्थ या किसी अन्य कारण से परेशान है तो उसे ड्यूटी से हटाकर उसकी समस्या का निराकरण कराया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/दिलीप