विकास के साथ जनता के हितों का भी ध्यान दे पीडीए : विजय वैश्य
-अंग्रेजों की बनी सीवर लाइन सही, तो नाली की क्या आवश्यकता
प्रयागराज, 16 जुलाई (हि.स.)। शहर में प्राधिकरण द्वारा 10-10 फीट सड़क के दोनों ओर सीवर लाइन अंग्रेजों ने डाल रखी है। जिससे बरसात का और जन सामान्य के घरों का पानी निकल जाता है तो अनावश्यक नाली क्यों बनाई जा रही है। इससे सरकार का पैसा भी बर्बाद हो रहा है। नाली बनाने की कोई आवश्यकता ही नहीं थी। यह बातें भाजपा पार्षद दल के पूर्व मुख्य सचेतक विजय वैश्य ने पीडीए सचिव अजीत सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए कही।
मंगलवार को विजय वैश्य के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं एवं व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में सचिव अजीत सिंह से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व महापौर गणेश केसरवानी की परिकल्पना है कि दिव्य, भव्य और नव्य कुम्भ के लिए सड़कों का चौड़ीकरण तथा सौंदर्यीकरण तीव्र गति से कराकर प्रयागराज में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाए। उन्होंने कहा कि काम में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार का आदेश है कि जहां काम शुरू हो रहा है, वहां बोर्ड लगाकर उस प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी जन सामान्य को दी जाए। लेकिन कहीं कोई बोर्ड लगा नहीं दिखाई पड़ता, जो कि सरकारी आदेशों का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने कहा सड़क पर व्यापारियों के बोर्ड तथा मार्ग पट्टिका जिसका उद्घाटन स्वर्गीय केशरी नाथ त्रिपाठी ने किया था उसे भी ठेकेदार तोड़कर अपने घर ले गये। जबकि उसे प्राधिकरण में अथवा जिम्मेदार व्यक्ति के पास वापस करना चाहिए था। प्राधिकरण द्वारा एक ही ठेकेदार को कई-कई काम दे देने के कारण प्राधिकरण का काम धीमा चल रहा है। उससे बरसात के समय लोग गड्ढों में गिर रहे हैं उनके हाथ पैर टूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास के साथ जनता के हितों को देखते हुए पीडीए के अधिकारीगण ठेकेदारों को निर्देशित करें की मजदूरों की संख्या बल बढ़ाकर रात दिन काम कराकर समाप्त करें।
ज्ञापन सौंपने वालों में विजय वैश्य, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी, एके सिंह, अखिलेश वैश्य, उमाशंकर केसरी, भगवान केसरवानी, राजेश शर्मा, पद्माकर श्रीवास्तव, शत्रुघ्न जायसवाल, विवेक त्रिपाठी, कमलेश केशरवानी, रितेश केसरवानी एवं अन्य लोग रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / Siyaram Pandey