शास्त्री सेतु का टूटा पाथवे, बालू लदे ट्रक के चढ़ने से हुआ हादसा

 


मीरजापुर, 24 जून (हि.स.)। मीरजापुर को पूर्वांचल से जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना शास्त्री पुल का फुटपाथ बालू लदे ट्रक के चढ़ने से धंस गया। हादसा बीती रात हुआ। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से भारी वाहनों के प्रवेश को भी प्रतिबंधित कर दिया था। यह हाल तब है,जब पुल मरम्मत करने के नाम पर पिछले तीन वर्षो में करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं।

शास्त्री सेतु एक बार फिर किनारे से टूटा गया। 2020 से अब तक तीन बार करोड़ों की लागत से पुल की मरम्मत कराई जा चुकी है। भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होने के बावजूद बीती रात ओवर लोड बालू लदे ट्रक के पुल के पाथवे पर चढ़ने से पाथवे का पश्चिमी किनारा टूटा गया। 45 वर्ष पहले बने इस पुल की मरम्मत का ठेका मुंबई की कंपनी आर एंड एम इंटरनेशनल को दिया गया था। यह जर्जर पुल दुद्धी-लुम्बिनी मार्ग को जोड़ता है। केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी मरम्मत के नाम पर खर्च हुए रुपयों की गड़बड़ी की जांच के लिए शासन को पत्र लिखा था। वर्ष 2020 में 8 करोड़, 2021- 22 में 5.64 करोड़ और 2023 में 7.48 करोड़ रुपये मरम्मत के नाम पर खर्च हो चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/सियाराम