पराली प्रबन्धन जागरूकता प्रचार वाहन को जिलाधिकारी ने झंडी दिखाकर किया रवाना

 


फतेहपुर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। जिले में सोमवार को अभियान के तहत जिलाधिकारी सी.इंदुमती व मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर से पराली प्रबन्धन जागरूकता प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रचार वाहन जिले के सभी विकास खण्डों में जाकर कृषकों को पराली न जलाने हेतु जागरूक करेगा। कम्बाइन हार्वेस्टर से कटाई के समय एसएमएस, मल्चर, सुपर सीडर तथा अन्य फसल अवशेष प्रबन्धन के कृषि यंत्रों का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। खेत में फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण की क्षति के साथ-साथ मृदा की संरचना को भी नुकसान पहुँचता है और खेत के मित्र कीट मर जाते हैं। इससे फसल की उत्पादकता एवं मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचता है।

उप कृषि निदेशक फतेहपुर द्वारा किसानों से आह्वान किया कि वह वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग कर फसल अवशेष को कम्पोस्ट खाद के रूप में परिवर्तित कर अपने खेतों में प्रयोग करें। जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड के राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर डिकम्पोजर किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसकी सहायता से कृषक अपने खेत में ही डिकम्पोजर का प्रयोग कर शीघ्रता से फसल अवशेषों को सड़ाकर खाद बना सकते हैं, जिससे खेतों में जीवांश की मात्रा में वृद्धि होगी एवं उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। इससे अन्य लाभ के साथ ही फसल अवशेष जलाने के अर्थदंड से बचा जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र/पदुम नारायण