काशी में लोकसभा चुनाव में दिखेगी पन्ना प्रमुखों की चमक
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में पन्ना प्रमुखों को सौंपा है बड़ा दायित्व
50 हज़ार पन्ना व सह प्रमुखों पर है भाजपा के पक्ष में वोट डलवाने की जिम्मेदारी
पन्ना प्रमुखों पर भी है पीएम नरेंद्र मोदी को बड़े अंतर से चुनाव जिताने की जिम्मेदारी
सीएम से लेकर पीएम तक ने हर बैठक में पन्ना प्रमुखों को सौंपी अहम जिम्मेदारी
वाराणसी, 27 मईः भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव-2024 के चुनावी रण में पन्ना प्रमुखों की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उनकी परख और चमक की बदौलत भाजपा नया इतिहास लिखेगी। वहीं काशी में भी इन पर बड़ा दारोमदार है। सीएम से लेकर पीएम तक ने हर बैठक में पन्ना प्रमुखों को उनके कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से समझाया और बताया है, जिससे बूथ का कोई भी वोट छूटने न पाए। भाजपा हर बूथ को मजबूत करके चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को बूथ जीतने का लगातार मंत्र दे रही है। सातवें और अंतिम चरण के मतदान में काशी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़े अंतर से चुनाव जिताने की बड़ी जिम्मेदारी पन्ना प्रमुखों की भी है।
जम्मू और कश्मीर में 370 हटाने के बाद अब भाजपा चुनाव के दौरान देश में मिशन 370 पर काम कर रही है। भाजपा ने हर बूथ को मिशन 370 से जोड़ दिया है। बीजेपी ओबीसी मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और पन्ना प्रमुख सोमनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर भाजपा को पिछले चुनाव में पड़े वोटों से 370 वोट अधिक डलवाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें पन्ना प्रमुखों का दायित्व सबसे अहम है। पन्ना प्रमुख और सह पन्ना पत्र प्रमुखों को एक पन्ने पर अंकित वोटरों के वोट डलवाने की जिम्मेदारी है। एक पन्ने पर करीब 60 वोटर होते हैं। पन्ना प्रमुख लगातार किसी न किसी माध्यम से इन वोटरों के संपर्क में हैं। वाराणसी लोक सभा में पन्ना प्रमुख और सह पन्ना प्रमुखों की कुल संख्या लगभग50 हज़ार है। यह दिनरात काम मे लगे हैं।
राजाबाजार शक्ति केंद्र 267 के पन्ना प्रमुख महेश तिवारी और दूसरे पन्ना प्रमुख अमरनाथ विश्कर्मा ने बताया कि हम लोग अपने पन्ने पर भाजपा के वोटरों की पहचान सबसे पहले करते हैं। इसके बाद फ्लोटिंग वोटरों की पहचान कर उन्हें भाजपा की नीतियों व कामों से अवगत कराकर कमल के फूल पर वोट डालने के लिए प्रेरित करते हैं। फर्जी वोटिंग रोकना भी पन्ना प्रमुख का एक और प्रमुख कार्य है। किसी के निधन, विवाह के उपरांत महिला मतदाता के ससुराल जाने, किसी के अन्य स्थान पर रहने के कारण फर्जी रूप से ऐसे वोट न पड़ें। इसका दायित्व भी पन्ना प्रमुखों को सौंपा गया