मुक्त विवि ने पूर्वांचल विवि से एमओयू कर लगाई हैट्रिक
- बहुआयामी और समृद्ध धरोहर है भारतीय संस्कृति : प्रो. सीमा सिंह
प्रयागराज, 11 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय एवं वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य सोमवार को परस्पर समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। शिक्षा के क्षेत्र में एक दूसरे को सहयोग देने के लिए मुक्त विवि की कुलपति प्रो.सीमा सिंह एवं पूविवि की कुलपति प्रो.वन्दना सिंह ने परस्पर सहमति पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि मुक्त विवि के शिक्षार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वांचल विवि की उत्कृष्टता का लाभ मिलेगा। विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों से जुड़कर छात्र अपने कैरियर को संवार सकेंगे। उन्होंने आज उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि और पूर्वांचल विवि के मध्य अकादमिक समझौता हुआ है। जिससे इस क्षेत्र के बहुत सारे विद्यार्थी आने वाले समय में लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के निरंतर मार्गदर्शन में मुक्त विश्वविद्यालय औद्योगिक प्रतिष्ठानों के साथ ही महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थानों के साथ एमओयू साइन करके उनकी विशेषताओं से शिक्षार्थियों को लाभान्वित करने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झॉंसी, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के बाद अब वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के साथ एमओयू प्रक्रिया सम्पन्न कराई गई।
कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से आयोजित कार्यशाला संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, प्रदर्शन, दस्तावेजीकरण में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति एक बहुआयामी और समृद्ध धरोहर है। जो भारत के साथ ही विश्व को भी प्रभावित करती है। यह अहिंसा, धर्म, कर्म, योग, और समर्पण के मूल्यों पर आधारित है। जिसमें सभी धर्म, भाषाएं, और जातियां समाहित हैं। इसकी अद्भुत सांस्कृतिक विरासत भव्य भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है।
कुलपति प्रो. वन्दना सिंह ने कहा कि पूर्वांचल विवि ने निरंतर गुणात्मक और मात्रात्मक विकास, शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियों में उत्कृष्टता, पारदर्शी और कुशल शैक्षणिक प्रशासन जैसी विशिष्ट विशेषताओं के आधार पर देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में अपना स्थान कायम किया है। आज प्रदेश के एकमात्र मुक्त विवि के साथ एमओयू के उपरांत अब मुक्त विवि द्वारा प्रदत्त नई शिक्षा नीति के अंतर्गत डिग्री, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कार्यक्रमों के साथ ही रोजगारपरक कार्यक्रमों का लाभ पूर्वांचल क्षेत्र के विद्यार्थियों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मुक्त विवि चतुर्दिक प्रगति कर रहा है। सरकार की तरफ से चलाए जा रहे कौशल विकास कार्यक्रमों को मुक्त विवि सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। निश्चय ही आज दोनों विश्वविद्यालयों के परस्पर समझौता पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर होने से प्रदेश के छात्र लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर मुक्त विवि के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार एवं पूर्वांचल विवि के कुलसचिव महेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित